पानीपत: डाहर गांव स्थित नई शुगर मिल में चीनी की हो रही बेकद्री पर मिल प्रबंधन ने संज्ञान लिया है। मिल अधिकारियों ने चीनी मिल की चेन से लेकर गोदाम तक गिरे चीनी को इकट्ठा कर लिया है। इसके बाद चीनी नए बैग में भरवाइ गई हैं। अधिकारियों के अनुसार, मिल में करीब 25 से 30 क्विंटल चीनी बेल्ट और कट्टों से गिरी हुई थी। जिसे उठाकर साफ किया गया और उसकी पैकिंग कराई जा चुकी है। जो खराब है उसकी सीजन पर रि-प्रोसेस कराया जाएगा। जिससे दोबारा चीनी इस्तेमाल लायक बन सकेगी।
नई मिल में हो रही चीनी की बेकद्री को ‘अमर उजाला’ ने अपने 29 मई के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बाद मिल प्रबंधन की ओर से इस मामले पर संज्ञान लिया गया। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि जब चीनी का उत्पादन होता है तो ये बेल्ट यानी चेन पर लोड कर गोदाम तक पहुंचाई जाती है। इसके अलावा गोदाम से गाड़ियों में भरी जाती है। जिससे चीनी के बैग आम तौर पर फट जाते हैं और चीनी गिर जाती है।
करीब पांच माह तक चले पेराई सत्र में मिल ने करीब 63 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई कर करीब 5.73 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। मिल में चीनी की रिकवरी का रेट 9.31 प्रतिशत रहा। जबकि पिछले साल चीनी का उत्पादन 603225 क्विंटल रहा था। पिछले साल चीनी की रिकवरी प्रतिशत 9.56 प्रतिशत था।