पानीपत : पानीपत मिल ने इस सीजन में पेराई में सबसे आगे रही। सहकारी शुगर मिल का 2024-25 का पेराई सत्र 10 अप्रैल की देर रात संपन्न हो गया। दैनिक ट्रिब्यून में प्रकाशित खबर के अनुसार, प्रदेश के 10 सहकारी एवं असंध में हैफेड के मिल समेत 11 शुगर मिलों में सबसे ज्यादा 62 लाख 10 हजार क्विंटल गन्ने की पेराई की। वहीं प्रदेश के सहकारी क्षेत्र के 4 शुगर मिलों पानीपत, करनाल, शाहबाद व रोहतक में बिजली बनाने की टरबाइन लगी हैं और एचवीपीएन को बिजली बेचने में भी पानीपत मिल इन चारों शुगर मिलों में टॉप पर रही है।
पानीपत मिल द्वारा इस सीजन में 27 करोड 29 लाख रुपए की बिजली बेची गई। शुगर मिल के एमडी मनदीप कुमार ने बृहस्पतिवार को अधिकारियों की बैठक ली और प्रदेश में सहकारी एवं हैफेड समेत 11 शुगर मिलों में पानीपत मिल के पेराई एवं बिजली बेचने पर प्रथम रहने पर सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को बधाई दी। एमडी मनदीप ने कहा कि, शुगर मिल प्रबंधन का लक्ष्य अब पानीपत में गन्ने का रकबा बढ़ाने और अगेती वैरायटी में ज्यादा रिकवरी देने वाले गन्ने की किस्म सीओ-0118 व सीओ-15023 की बुवाई करवाना है। जिला में गन्ने का रकबा 28914 एकड़ था, लेकिन अगली बार इसे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। गन्ना प्रबंधक करतार सिंह के नेतृत्व में गन्ना विभाग की कई टीमें जिलेभर में जाकर किसानों को जागरूक कर रही है। इस अवसर पर चीफ इंजीनियर राजकुमार, चीफ केमिस्ट बीएस हुड्डा, डिप्टी चीफ इंजीनियर रवि मान, इंजीनियर काशी नाथ शाहू, अधीक्षक सुरेंद्र शर्मा व पीए विजय राठी मौजूद रहे।