रोहतक : जिले के भाली आनंदपुर स्थित Haryana Cooperative Sugar Mills Limited (Rohtak plant) ने 12 नवंबर से शुरू हुए पेराई सत्र में न केवल पूरी क्षमता उपयोग बल्कि चीनी उत्पादन में भी राज्य भर में दूसरा स्थान हासिल किया है। ट्रिब्यून इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक, मिल ने अब तक 38.55 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई कर 3.54 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। मिल की पेराई क्षमता 97.52 प्रतिशत दर्ज की गई है। चीनी उत्पादन में कुरुक्षेत्र में शाहाबाद चीनी मिल के बाद रोहतक मिल दूसरे स्थान पर रही। रोहतक मिल से 225 गांवों के 6,400 से अधिक गन्ना उत्पादक जुड़े हुए हैं।
Tribuneindia.com में प्रकाशित खबर के मुताबिक, रोहतक मिल के उपायुक्त-सह-अध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा की, हमारी मिल देश भर में दूसरी है जहां मेम्ब्रेन फिल्ट्रेशन तकनीक (membrane filtration technique) का उपयोग करके सल्फर मुक्त चीनी का उत्पादन किया जाता है जो न केवल रसायनों के उपयोग को कम करता है बल्कि गुणवत्ता में भी सुधार करता है। इसी तरह, मिल की दैनिक गन्ना पेराई क्षमता 35,000 क्विंटल है और हर दिन 16 मेगावाट बिजली का उत्पादन भी होता है। उन्होंने कहा कि, इस पेराई सत्र में अब तक 11.25 करोड़ रुपये की 1.7 करोड़ बिजली यूनिट का उत्पादन किया जा चुका है। इसके अलावा, किसानों को 18 जनवरी से 5 फरवरी तक उनके द्वारा आपूर्ति किए गए गन्ने के लिए कुल 21.67 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। इस सीजन में अब तक गन्ना उत्पादकों को कुल 103.82 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि, भुगतान सीधे किसानों के बैंक खाते में जमा किया गया। इस बीच, मिल के प्रबंध निदेशक प्रदीप अहलावत ने कहा कि, यह पहली बार है जब रोहतक मिल को उत्पादन और क्षमता उपयोग के मामले में दूसरा स्थान मिला है। उन्होंने कहा कि, मिल ने यह पद हासिल करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए।