यमुनानगर : सरस्वती शुगर मिल ने क्षेत्र में गन्ने का रकबा बढ़ाने के लिए कोशिश शुरू की है, और मिल प्रबंधन को इन योजनाओं पर करीब 20 करोड़ रुपये का खर्च होने का अनुमान है। मिल ने इस लिए जागरूकता अभियान भी शुरू कर दिया है। मिल के चीफ एग्जीक्यूटिव आफिसर एसके सचदेवा व नयना पुरी ने हरी झंडी दिखाकर मंगलवार को मिल से जुड़ी विभिन्न योजनाओं व सुविधाओं के प्रसार के लिए प्रचार वाहन रवाना किया। सचदेवा ने बताया कि, मिल मैनेजमेंट ने इस वर्ष गन्ने का रकबा बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं लागू की हैं।
दैनिक ट्रिब्यून में प्रकाशित खबर के अनुसार, सचदेवा ने कहा कि गन्ने के कुल रकबे में बढ़ोतरी करने वाले किसानों को बढ़ाए गए रकबे पर बीज के लिए 12 हजार रुपये प्रति एकड़ ब्याज मुक्त ऋण दिया जाएगा। गेहूं कटाई के बाद गन्ने का बीज सप्लाई करने वाले किसानों को 50 रुपये प्रति क्विंटल अतिरिक्त अनुदान भी दिया जाएगा। गन्ने की नई किस्मों जैसे सीओएलके 14201 व सीओ 15023 की बिजाई करने वाले किसानों को 1500 रुपये कीमत की कोराजन व एनपीके मुफ्त दी जाएगी। सीनियर वाइस प्रेजिडेंट डीपी सिंह ने कहा कि, मिल क्षेत्र में गन्ने की खेती को आसान बनाने के लिए मिल द्वारा गन्ना बुवाई से लेकर कटाई करने तक मशीनों के उपयोग को बढ़ावा दिया जाएगा। इस मौके पर शुगर मिल के सत्यवीर सिंह, राजीव मिश्रा, राजेंद्र कौशिक, कमल कपूर, दीपक मिगलानी, अश्वनी आर्य व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।