अंबाला: गन्ना भुगतान में देरी को लेकर गन्ना किसानों ने बुधवार को नारायणगढ़ चीनी मिल के गेट के बाहर महापंचायत की, और मिल अधिकारियों को एक-दो घंटे तक बंदी बनाकर रखा। किसानों ने मिल प्रबंधन को बकाया भुगतान के लिए 10 दिन का अल्टीमेटम दिया, और बकाया भुगतान नही हुआ तो आंदोलन की चेतावनी दी है। भारतीय किसान यूनियन (चारुणी) और गन्ना संघर्ष समिति के बैनर तले एकत्रित हुए किसानों ने 22 मार्च को अगली महापंचायत बुलाई है।
बीकेयू (चारुनी) के प्रवक्ता राजीव शर्मा ने कहा, पिछले सीजन के लगभग 102 करोड़ रुपये लंबित है। मिल में 40 करोड़ रुपये से अधिक का चीनी स्टॉक है। मिल अधिकारी केवल आश्वासन देते रहे हैं लेकिन भुगतान समय पर नहीं हो रहा है। किसानों को मिल अधिकारियों और सरकार द्वारा कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
बीकेयू (चारुणी) के प्रमुख गुरनाम सिंह चारुनी ने कहा, अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि वे 20 जनवरी तक भुगतान को मंजूरी दे देंगे। यदि भुगतान नहीं होता है, तो हम 22 मार्च को अगली महापंचायत करेंगे और अगली रणनीति तैयार की जाएगी। नारायणगढ़ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, नरेंद्र मलिक ने कहा, हमने उपलब्ध चीनी स्टॉक को गिरवी रखने के लिए उच्च अधिकारियों से बात की है। हम 20 जनवरी तक भुगतान करने का प्रयास करेंगे। हम अपने स्तर पर कोशिश कर रहे हैं कि गन्ना किसानों का बकाया जल्द से जल्द चुकाया जा सके।