अंबाला : हरियाणा में गन्ना किसानों का लगभग 70 करोड़ रुपये राशि बकाया है। बकाया भुगतान की मांग को लेकर गन्ना किसानों ने आंदोलन की धमकी दी है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नारायणगढ़ चीनी मिल के पास पिछले साल अप्रैल में समाप्त गन्ना पेराई सत्र का लगभग 1.44 करोड़ रुपये का बकाया चुकाना बाकी है। पिछले साल नवंबर में शुरू हुए चालू सीजन का लगभग 68 करोड़ रूपयें बकाया है। मानदंडों के अनुसार, गन्ने की खरीद के 14 दिनों के भीतर भुगतान करना जरुरी होता है। लंबित भुगतान मामले में किसानों के एक समूह ने नारायणगढ़ चीनी मिल के सामने एक बैठक की। बीकेयू (चारुनी) के जिला प्रमुख मलकीत सिंह ने कहा, किसानों को अधिकारियों से अनुरोध करने और बकाया भुगतान प्राप्त करने के लिए आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ता है, जो स्वीकार्य नहीं है। स्थानीय किसानों के अलावा, अन्य जिलों के किसानों का 4.5 करोड़ रुपये बकाया हैं। अब, हमें आश्वासन दिया गया है कि पिछला भुगतान एक दो दिनों में किया जाएगा और नया भुगतान शुक्रवार तक शुरू हो जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी है की, यदि प्रशासन शुक्रवार से भुगतान करना शुरू करने में विफल रहता है, तो हम आंदोलन शुरू करेंगे।
ट्रिब्यून इंडिया डॉट कॉम में प्रकाशित खबर के मुताबिक, मिल अधिकारी ने कहा कि, बाजार में चीनी की कीमत कम है, जिसके कारण मिल को चीनी की बिक्री करने में समस्याओं का सामना कर रही है। गुस्साए किसानों को शांत करने में कामयाब रहे एसडीएम नारायणगढ़ वैशाली शर्मा ने कहा, हमने उन्हें आश्वासन दिया है कि सोमवार को लगभग 1.44 करोड़ रुपये के पिछले सीजन के बकाए का भुगतान किया जाएगा और अगले सप्ताह से चालू सीजन का भुगतान शुरू हो जाएगा। दैनिक रूप से, हमें चीनी बिक्री से लगभग 1.2-1.5 करोड़ रुपये प्राप्त होते हैं। इसमें से 30-40 लाख रुपये मिल परिचालन खर्च के लिए आवंटित किए जाएंगे जबकि बाकी किसानों के खातों में जाएंगे।