अम्बाला: नारायणगढ़ के गन्ना किसानों को इस वर्ष अप्रैल में समाप्त हुए गन्ना पेराई सत्र का लगभग 20 करोड़ रुपये का भुगतान मिलना बाकी है। इस साल मिल ने 55.33 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई की, जिसमें कुल 186 करोड़ रुपये का बकाया था। जिसमें से 38 करोड़ रुपये के पोस्टडेड चेक सहित 166 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था। पिछले साल नारायणगढ़ चीनी मिल में पेराई सत्र 12 नवंबर को शुरू हुआ था। मानदंडों के अनुसार, गन्ने की खरीद के 14 दिनों के भीतर भुगतान करना जरुरी था, लेकिन भुगतान बकाया रह गया।
भारतीय किसान यूनियन (Charuni) के प्रवक्ता राजीव शर्मा ने कहा की, नारायणगढ़ चीनी मिल द्वारा विलंबित भुगतान एक नियमित समस्या बन गई है और किसान आंदोलन करने के लिए मजबूर हैं। उन्होंने कहा की, हमें बताया गया है कि नवंबर के दूसरे सप्ताह तक 5 करोड़ रुपये से 6 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। मिल परिचालन नवंबर के पहले सप्ताह में शुरू किया जाना चाहिए ताकि चीनी का नया स्टॉक बाजार में भेजा जाए और किसानों का भुगतान जारी किया जा सके।
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