पलवल: रकारी स्वामित्व वाली सहकारी चीनी मिल में तकनीकी खराबी के कारण पेराई कार्य रोक दिया गया है। पेराई शुरू होकर अब तक हप्ता भी नही हुआ की मिल बंद पड़ गई है। दक्षिण हरियाणा में एकमात्र चीनी मिल, यह चार जिलों पलवल, नूंह, फरीदाबाद और गुरुग्राम के किसानों की जरूरतों को पूरा करती है। बताया गया है कि इसकी टरबाइन में तकनीकी खराबी आ गई, जिससे उत्पादन रुक गया।
अमर उजाला में प्रकाशित खबर के मुताबिक, मिल प्रबंधन ने किसानों को पर्ची जारी करना बंद कर दिया गया है, और मिल फिर से शुरू करने के लिए प्रयास तेज कर दिए है।
चीनी मिल के एमडी शशि वसुंधरा ने कहा, “हालांकि तकनीकी खराबी के कारण मिल बंद हो गई है, लेकिन 26 नवंबर को मिल का संचालन फिर से शुरू होने की उम्मीद है क्योंकि मरम्मत चल रही है।”
15 नवंबर को प्रदेश सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने चीनी मिल के पेराई सत्र का प्रारंभ किया था। 2019 में मिल की पेराई क्षमता बढ़ाई गई। पहले मिल की पेराई क्षमता 1600 टीसीडी थी, जिसे दो चरणों में बढ़ाया जाना था। पहले चरण में पेराई क्षमता 1900 टीसीडी व दूसरे चरण में 2200 टीसीडी की जानी थी। बीते साल 2200 टीसीडी क्षमता पर मिल का संचालन शुरू किया गया, परंतु मिल की क्षमता बढ़ते ही तकनीकी खामियां आनी शुरू हो गई।