सोनीपत : प्रदेश में बारिश से चीनी मिलों के पेराई में दिक्कत आ रही है, क्योंकि मिलों को पूरी क्षमता से पेराई करने के लिए जरुरी गन्ना आपूर्ति नहीं हो पा रही है। दैनिक ट्रिब्यून में प्रकाशित खबर के अनुसार, पिछले कई दिनों से क्षमता से अधिक गन्ने की पेराई कर रही सोनीपत सहकारी चीनी मिल की रफ्तार को बारिश ने ब्रेक लगा दिया है। बारिश के कारण सोनीपत चीनी मिल में किसान गन्ना लेकर नहीं पहुंच पा रहे।
आपको बता दे की, शुक्रवार व शनिवार को हुई बारिश के बाद रविवार को मौसम साफ न होने की वजह से खेतों में खड़े गन्ने की किसान कटाई और छुलाई नहीं कर पाए। जिसके चलते मिल में ‘नो केन’ की स्थिति पैदा हो गई। मिल में पेराई सत्र शुरू हुए करीब एक माह हो चुका है। पिछले 24 घंटे में मिल में करीब साढ़े 14 हजार क्विंटल गन्ने की पेराई हुई और उसके बाद गन्ना समाप्त हो गया। ‘नो केन’ की स्थिति बनने से पहले मिल में 6 लाख क्विंटल से अधिक गन्ने की पेराई का काम पूरा कर लिया गया था। मिल प्रशासन द्वारा चीनी मिल के अंतर्गत आने वाले किसानों के साथ लगभग 32 लाख क्विंटल गन्ने की बॉडिंग की गई है। पिछले कई सीजन की बात करे तो मिल औसतन 30 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई कर लेता है। मिल प्रशासन ने 30 दिसंबर तक पर्चियों को ओपन कर दिया है यानी इस दौरान कोई भी किसान गन्ना ला सकता है।