करनाल : ICAR-गन्ना प्रजनन संस्थान (ICAR-Sugarcane Breeding Institute), क्षेत्रीय केंद्र, करनाल के वैज्ञानिक गन्ने की दो नई जल्दी बोने वाली उच्च उपज वाली व्यावसायिक किस्मों पर काम कर रहे हैं, जिसका गन्ना किसानों को काफी फायदा होगा। उपलब्ध जानकारी के अनुसार, दोनों किस्में अभी पाइपलाइन में हैं और उम्मीद है कि इस साल सितंबर में बुवाई के मौसम से ठीक पहले किसानों को ‘Co 16034’ किस्म उपलब्ध कराई जा सकती है।लेकिन दूसरी वेरायटी के लिए एक साल और इंतजार करना होगा और संभावना है कि ‘Co 17018’ अक्टूबर 2023 में रिलीज होगी। हाल ही में जारी ‘Co 15023’, जिसे ‘सुपर अर्ली वैरायटी’ भी कहा जाता है, इस किस्म की किसानों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है क्योंकि इसे गर्मियों और वसंत के महीनों में लगाया जा सकता है, लेकिन शरद ऋतु में नहीं।
हिंदुस्तान टाइम्स में प्रकाशित खबर के मुताबिक, गन्ना उत्पादकों के लिए यह विकास एक बड़ी राहत के रूप में आया है क्योंकि बड़े पैमाने पर उगाई जाने वाली ‘Co 0238’ किस्म में अचानक कीटों के हमले के कारण उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा था। आईसीएआर-गन्ना प्रजनन संस्थान, कोयंबटूर के निदेशक डॉ जी हेमप्रभा ने कहा कि ये किस्में पाइपलाइन में हैं और संभावना है कि ‘Co 16034’ इस साल सितंबर में इसे जारी किया जाएगा, जबकि अन्य किस्म अक्टूबर 2023 में जारी की जाएगी। उन्होंने कहा कि, दोनों किस्में जल्दी बुवाई और अधिक उपज देने वाली हैं और ये किस्में आने वाले वर्षों में ‘Co 0238’ के लिए सबसे अच्छा विकल्प साबित हो सकती हैं। कृषि विशेषज्ञों और गन्ना उद्योग से जुड़े लोगों के अनुसार, नई किस्मों की जरूरत थी क्योंकि पिछले दो वर्षों में कीटों के हमलों के कारण किसानों को नुकसान उठाना पड़ा था।अब संस्थान द्वारा विकसित नई किस्में किसानों के लिए आशा की एक नई किरण ला सकती हैं।