हरियाणा: यमुनानगर की सरस्वती शुगर मिल ने पेराई शुरू की

यमुनानगर : सरस्वती शुगर मिल (एसएसएम) ने मंगलवार को अपना पेराई शुरू कर दिया। पेराई का शुभारंभ एसएसएम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एसके सचदेवा और एसएसएम की प्रबंधन सदस्य नैना पुरी ने किया। एसएसएम अब तक की पहली मिल है, जिसने हरियाणा में अपना पेराई शुरू किया है। मिल के शुरू होने से कई किसान समय पर गन्ना कटाई कर गेहूं की फसल की बुआई कर सकेंगे। मुख्य कार्यकारी अधिकारी एसके सचदेवा ने बताया कि, एसएसएम ने इस पेराई सत्र के दौरान 160 लाख क्विंटल गन्ना पेराई का लक्ष्य रखा है, जबकि पिछले साल मिल ने 146 लाख क्विंटल गन्ना पेराई की थी।

उन्होंने बताया कि, मिल क्षेत्र के गन्ना उत्पादकों के लिए विशेष ‘सरस्वती गन्ना किसान पंजीकृत’ योजना शुरू की गई है। उन्होंने आगे कहा कि, इस योजना से किसानों को अपने कुल गन्ना उत्पादन का 85 प्रतिशत या उससे अधिक चीनी मिल को आपूर्ति करने तथा सभी आवश्यक कीटनाशकों पर दोगुनी सब्सिडी प्राप्त करने की सुविधा मिलेगी, साथ ही पात्र किसानों को मुफ्त प्रेस-मड और फेरोमोन ट्रैप भी मिलेगा, जिन्होंने अपनी पूरी उपज चीनी मिल को आपूर्ति की है। उन्होंने किसानों से अनुरोध किया कि वे अपनी गन्ना उपज चीनी मिल को आपूर्ति करें तथा योजना के तहत सभी लाभ प्राप्त करें।उन्होंने यह भी कहा कि, इस वर्ष गन्ने की यांत्रिक कटाई की सुविधा के लिए तीन गन्ना हार्वेस्टर लगाए गए हैं, ताकि मजदूरों की समस्या को दूर किया जा सके तथा 4-5 फीट चौड़ी पंक्ति अंतराल पर गन्ना लगाकर यांत्रिक गन्ना कटाई का लाभ उठाया जा सकेगा।

एसएसएम के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (गन्ना) डीपी सिंह ने कहा कि, मिल को सीधी आपूर्ति के अलावा, किसान मिल द्वारा अपने कमांड क्षेत्र में स्थापित 45 गन्ना क्रय केंद्रों पर भी गन्ना आपूर्ति कर सकते हैं। डीपी सिंह ने कहा, हमने मजदूरों की समस्या को दूर करने के लिए गन्ना क्रय केंद्रों पर 38 गन्ना लोडर उपलब्ध कराए हैं। जानकारी के अनुसार, गन्ना कटाई के बाद एसएसएम के कमांड एरिया में आने वाले क्षेत्र में करीब 25 से 30 हजार एकड़ गेहूं की फसल बोई जाती है। लाल छप्पर माजरी गांव के किसान अनिल कुमार ने बताया कि मिल ने समय पर पेराई सत्र शुरू कर दिया है और अब कई किसान अपनी गन्ना फसल की कटाई के बाद गेहूं की फसल बो सकेंगे।

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