अमृतसर: किसान संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं ने रविवार को सत्तारूढ़ दल के एक प्रमुख राजनीतिक नेता के बुटार सेवियन गांव स्थित चीनी मिल के बाहर जोरदार आंदोलन किया। किसान हरगोबिंदपुर क्षेत्र के किसानों के गन्ने चीनी मिल के प्रबंधकों द्वारा नहीं लिये जाने का विरोध कर रहे थे।
किसान संगठन के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि मिल प्रबंधन किसानों के खिलाफ झूठे प्रचार कर रही है कि इन किसानों ने पिछले साल मिल परिसर में हंगामा और कानून व्यवस्था की समस्या पैदा की थी। उन्होंने कहा कि यह सब राजनीतिक खेल है। दरअसल इन मिल प्रबंधकों ने गन्ना किसानों के लंबित बकाये को अभी तक नहीं चुकाया है।
संगठन ने कहा कि यदि सरकार ने उनकी मांगों को नहीं माना तो वे मंगलवार से रेल यातायात को रोककर आंदोलन और तेज करेंगे। अमृतसर ग्रामीण के एसएसपी विक्रम जीत दुग्गल ने कहा कि किसानों के इस आंदोलन को देखते भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक इस चीनी मिल ने लगभग नौ किसानों के गन्ने लेने से मना कर दिया है। इनपर किसानों पर मिल परिसर में दंगा करने का आरोप था। मिल प्रबंधन ने धमकी दी है कि अगर उनके गन्ने को मिलाने के लिए दबाव डाला गया तो मिल को बंद कर दिया जाएगा।
यह मामला जब पंजाब के गन्ना आयुक्त के पास पहुंचा, तो उन्होंने निर्देश दिया कि ये किसान गुरदासपुर के किरी अफघाना में चड्ढा शुगर मिल में अपने गन्ने को दे सकते हैं।
यह न्यूज़ सुनने के लिए प्ले बटन को दबाये.