लुंड्रा/रघुनाथपुर: पांच दिनों से हो रही मुसलाधार बारिश के कारण छत्तीसगढ़ के रघुनाथपुर और लुंड्रा इलाके में गन्ने की फसल जमींदोज हो गई है। गन्ना किसानों को इस बार गन्ने के बंपर उत्पादन की उम्मीद थी, लेकिन बारिश ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। अक्सर माना जाता है कि फसल पकने के समय जो गन्ना खेतो में गिर जाता है उसमें चीनी की मात्रा कम हो जाती है और वह गन्ना टेढ़ा हो जाता है। ऐसे गन्ने का खड़े फसल के मुकाबले वजन घट जाता है और किसानों को इसे बेचने में काफी कठिनाई और दिक्कत का सामना करना पड़ता है। चीनी मिल में भी ऐसे गन्ने को उपयुक्त नहीं माना जाता।
गन्ना किसानों के मुताबिक इस बार की फसल के लिए उन्होंने एक साल इंतजार किया ताकि कटाई के बाद अच्छा मुनाफा हासिल कर सकें। लेकिन भारी बारिश ने सबकुछ तहस-नहस कर दिया। गन्ने के साथ उगाए टमाटर और सब्जियों की फसलों को भी नुकसान पहुंचा है। किसानों को ऐसी सूरत में अब सरकार से कुछ भरपाई और राहत की आस है। क्षेत्रीय विधायक डॉ. प्रीतम राम ने कहा है कि उनके विधानसभा क्षेत्र में गन्ने की व्यापक स्तर पर खेती की जाती है। चीनी कारखाना केरता के संचालन में भी उनकी बड़ी भूमिका है। उन्होंने कहा कि वे किसानों की हुई इस क्षति को पूरा करवाने की भरसक पहल करेंगे।