देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के सामने इकबालपुर चीनी मिल की गन्ना बकाया समस्या चुनोती बन के खड़ी है। मिल में किसानों का गन्ना भुगतान फंसा हुआ है, और इससे राहत मिलने के कोई भी आसार नही दिखाई दे रहे है। पिछले दो साल से बकाया राशि का भुगतान न होने से किसानों को आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है। किसानों का आरोप है की, सरकार भुगतान को लेकर गंभीर नही है। विधायक देशराज कर्णवाल ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत व सचिव गन्ना विकास हरबंस सिंह चुघ के समक्ष गन्ना किसानों की समस्या को उठाया। लेकिन गन्ना भुगतान कैसे किया जाए? इस सवाल का जवाब सरकार के पास भी नही है।
भुगतान के लिए किसान लगातार आंदोलन कर रहे है। पिछले साल भी हरिद्वार जनपद के किसानों ने बकाया भुगतान को लेकर आंदोलन किया था। इसके बाद सरकार ने 25 जनवरी 2019 तक गन्ने का बकाया भुगतान करने का समय तय किया था। वहीं, इकबालपुर चीनी मिल में विभाग की ओर से रिसीवर तैनात किया गया था। इसके बावजूद भी अभी तक किसानों का बकाया गन्ने का भुगतान नहीं हुआ है। किसान संघठन और किसान बकाया भुगतान को लेकर काफी आक्रामक हुए है, और अब वे आरपार लड़ाई लड़ने की बात कर रहे है। बकाया भुगतान को लेकर सत्ताधारी और विपक्ष आपस में भीड़ रहे है, जिससे राजनीती काफी गरमाई है।
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