औरंगाबाद : महाराष्ट्र ने इस साल चीनी उत्पादन में न केवल उत्तर प्रदेश को ही पछाड़ा, बल्कि अब तक का रिकॉर्ड 132 लाख टन चीनी उत्पादन हुआ है। राज्य सरकार अतिरिक्त गन्ना उत्पादन से संबंधित मुद्दों और स्थिति से निपटने के लिए कदम उठा रही है। अब तक राज्य में 1,187 लाख टन गन्ने की पेराई की जा चुकी है, जबकि लगभग 90 लाख टन फसल अभी भी खेतों में बिना काटी पड़ी है, जिसमें ज्यादातर मराठवाड़ा क्षेत्र में है।
आपको बता दे की, महाराष्ट्र में अब तक 2019-20 में 107 लाख टन रिकॉर्ड चीनी का उत्पादन हुआ था। इस साल अच्छी बारिश और गन्ने का रकबा बढ़ने से उत्पादन लगभग 132 लाख टन तक पहुंच गया है, जबकि उत्तर प्रदेश में इस साल अब तक कम चीनी का उत्पादन किया गया है। राज्य की विभिन्न कंपनियों ने इस सीजन एथेनॉल बेचकर भी अच्छा राजस्व अर्जित किया है।
महाराष्ट्र में गन्ना पेराई का मौसम आम तौर पर 120 से 140 दिनों और अधिकतम 145 दिनों तक चलता है। गन्ना उत्पादन बढ़ने से इस वर्ष राज्य में लगभग 20 चीनी मिलें अधिक गन्ना उत्पादन के कारण 160 दिनों तक चलेंगी। मराठवाड़ा में इस साल 31 मई तक गन्ने की पेराई की जाएगी। सोलापुर की फैक्ट्रियां पेराई के लिए मराठवाड़ा से करीब 20,000 टन गन्ना ले जा रही हैं।