नई दिल्ली: केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) ने शनिवार को केरल और तमिलनाडु के लिए एक बुलेटिन जारी किया, जिसमें चक्रवात तौकते के चलते दोनों राज्यों में गंभीर बाढ़ की स्थिति की भविष्यवाणी की गई है। सीडब्ल्यूसी ने कहा कि, जल स्तर खतरे और उच्चतम बाढ़ स्तर तक पहुंचने की संभावना है। आज सुबह 8 बजे तक, केरल में मनीमाला, अचनकोविल और तमिलनाडु में कोडैयार नदियाँ अपने खतरे के स्तर से ऊपर बह रही हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने शुक्रवार रात को जानकारी दी थी कि, लक्षद्वीप के पास अरब सागर के ऊपर बना निम्न दबाव का क्षेत्र एक गहरे दबाव में बदल गया है और अगले 12 घंटों में चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा। चक्रवात केरल, कर्नाटक, लक्षद्वीप, गोवा और महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों को प्रभावित करने की संभावना है। आईएमडी ने यह भी भविष्यवाणी की थी कि, 18 मई की सुबह तक चक्रवात गुजरात तट से टकराएगा।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के अधिकारियों ने शुक्रवार को आश्वासन दिया था कि , वे चक्रवात तौकते काम सामना करने के लिए अच्छी तरह से तैयार है और 53 टीमें तैयार है, 24 टीमों को पहले से तैनात किया गया था, और 29 टीमें तैयार है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी अधिकारियों को विशेष रूप से तटीय क्षेत्रों के पास सतर्क और सुसज्जित रहने के लिए कहा है।
चक्रवात तौकते के संबंध में एक बैठक में, सीएम उद्धव ठाकरे ने जिला प्रशासन, संभागीय आयुक्तों और जिला कलेक्टरों को विशेष रूप से पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग के तटीय क्षेत्रों में सतर्क और सुसज्जित रहने का निर्देश दिया। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने भी कहा कि राज्य ने चक्रवाती तूफान तौकते से उत्पन्न किसी भी आपदा का सामना करने के लिए सभी एहतियाती उपाय किए हैं। केरल के तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पठानमथिट्टा, अलाप्पुझा और एर्नाकुलम इन पांच जिलों को आईएमडी ने शुक्रवार को रेड अलर्ट के तहत रखा था। यहां राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की नौ टीमों को एहतियात के तौर पर तैनात किया गया है।