लक्सर: एक ऐसा मामला सामने आया है जहा चीनी को अवैध तरीके से बाजार में बेचा गया और ऐसा आरोप है की जिसके चलते चीनी मिल को करोड़ो का नुकसान हुआ है। यह मामला लक्सर चीनी मिल और मुंबई की एक एक्सपोर्ट फर्म से जुड़ा हुआ है। यह मामला पुलिस तक पहुंच गया है और इसकी पड़ताल भी शुरू हो चुकी है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, लक्सर चीनी मिल से मुंबई की एक फर्म ने सरकारी स्कीम के तहत निर्यात के लिए ली गयी चीनी को कम दामों में खरीद कर उसे बाद में ज्यादा दामों पर बेच दिया। ऐसा बताया जा रहा है की वर्ष 2019 में केंद्र सरकार की स्कीम के तहत 12,500 मीट्रिक टन चीनी निर्यात के लिए मिल का अनुबंध हुआ था। और इसके तहत मुंबई की एक्सपोर्ट फर्म को कम दाम यानी 18800 रुपये प्रति मीट्रिक टन पर मिलनी थी। जिसके बाद निर्यात के प्रमाण पत्र से मिल बकाया रुपया नियम के हिसाब से सरकार से लेती। लेकिन ऐसा आरोप है की जो निर्यात की प्रक्रिया होनी थी, वह नहीं हुई, उसके विपरीत चीनी को घरेलु बाजार में ही बेच दिया गया।
मिल ने जब सरकार से स्कीम के तहत पैसे लेने के लिए फर्म से निर्यात के कागजात मांगे तो कंपनी उसे उपलब्ध नहीं करा पायी। मामले की घंभीरता को समझते हुए मिल ने फर्म द्वारा सिक्योरिटी के तौर पर दिए गए 13 करोड़ 6 लाख के चेक का भुगतान करने की प्रक्रिया शुरू की लेकिन मिल को धक्का तब लगा जब उसे मालुम हुआ की दिए गए चेक के भुगतान पर रोक लगा दी गई है।
इस संबंध में मिल ने लक्सर कोतवाली पुलिस स्टेशन में शिकयत दर्ज की और पुलिस ने इस मामले में छानबिन शुरू कर दी है। और शिकायत के आधार पर फर्म के अधिकारीयों पर मामला दर्ज कर लिया गया है।