नई दिल्ली: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगस्त और सितंबर में भारत में सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान लगाया है। अगस्त के अंत तक अनुकूल ला नीना की स्थिति विकसित होने की भी प्रबल संभावना है। आईएमडी ने कहा कि, अगस्त और सितंबर में भारत में बारिश 422.8 मिमी की लंबी अवधि के औसत का 106 प्रतिशत होगी।भारत में अब तक 453.8 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो कि सामान्य 445.8 मिमी से 2 प्रतिशत अधिक है।
IMD ने देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान लगाया है। हालांकि, IMD प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने एक ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि, पूर्वोत्तर के कुछ हिस्सों, पूर्वी भारत से सटे लद्दाख, सौराष्ट्र, कच्छ और मध्य और प्रायद्वीपीय भारत के कुछ इलाकों में सामान्य से कम बारिश होने की उम्मीद है। महापात्र ने अगस्त और सितंबर में पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र के कुछ हिस्सों में कम बारिश की भी भविष्यवाणी की।
महापात्र ने कहा, देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक अधिकतम तापमान रहने की उम्मीद है, जबकि गंगा के मैदानी इलाकों, मध्य भारत और दक्षिण-पूर्वी तट के कुछ इलाकों में सामान्य से कम अधिकतम तापमान रहने का अनुमान है। जुलाई में, भारत में सामान्य से नौ प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई, जबकि मध्य भारत में वर्षा में 33 प्रतिशत अधिकता देखी गई। यह लगातार तीसरा मानसून सीजन है, जिसमें मध्य भारत में अनुकूल बारिश हुई है।
हालांकि, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर के कुछ हिस्सों में बारिश में काफी कमी देखी गई है। इसके अलावा, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में 35 प्रतिशत से लेकर 45 प्रतिशत तक की कमी आई है। भारतीय मानसून में विभिन्न प्राकृतिक कारकों के कारण स्वाभाविक रूप से उतार-चढ़ाव और परिवर्तनशीलता का अनुभव होता है। शोध से पता चलता है कि जलवायु परिवर्तन इस परिवर्तनशीलता को बढ़ा रहा है, जिससे अधिक चरम मौसम की घटनाएँ और लंबे समय तक सूखा पड़ रहा है।