एथेनॉल खरीद मूल्य में वृद्धि से मिलों को गन्ना मूल्य भुगतान करने में मिलेगी मदद

कोल्हापुर: हाल ही में सरकार ने एथेनॉल खरीद मूल्य में वृद्धि की है। चीनी उद्योग विशेषज्ञों ने कहा कि, एथेनॉल खरीद मूल्य में वृद्धि से चीनी मिलों को गन्ना किसानों को उचित और लाभकारी मूल्य (एफआरपी) का भुगतान करने में काफी मदद मिलने की संभावना है।

द टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक, गन्ना उद्योग के विशेषज्ञ विजय औताडे ने कहा, आगामी सीजन में महाराष्ट्र में 10 लाख टन से अधिक चीनी का उत्पादन नहीं होगा। एथेनॉल की कीमत में वृद्धि गन्ना किसानों को राशि का भुगतान करने के लिए मिलों को बेहतर स्थिति में लाएगी।

स्वाभिमानी शेतकारी संगठन के राजू शेट्टी जैसे किसान नेताओं ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में मूल्य वृद्धि की तर्ज पर एथेनॉल खरीद मूल्य में वृद्धि की मांग की थी।

केंद्र सरकार ने 10 नवंबर को एथेनॉल की कीमतों में बढ़ोतरी की घोषणा की। इस कदम से गन्ना किसानों को फायदा होगा और इससे पारंपरिक पेट्रोलियम उत्पादों के साथ एथेनॉल का उच्च मिश्रण में भी मदद होगी। गन्ना आधारित एथेनॉल की कीमत 62.65 रुपये से बढ़ाकर 63.45 रुपये प्रति लीटर कर दी गई है। सी-हैवी मोलासेस से इथेनॉल की दर वर्तमान में 45.69 रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 46.66 रुपये प्रति लीटर कर दी गई है, और बी-हैवी मोलासेस से इथेनॉल की दर 57.61 रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 59.08 रुपये प्रति लीटर कर दी गई है।

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