हड़ताल खत्म: गन्ना श्रमिकों के भुगतान में बढ़ोतरी…

पुणे: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख और वसंतदादा शुगर इंस्टिट्यूट के अध्यक्ष शरद पवार के साथ बातचीत के बाद गन्ना श्रमिकों का प्रतिनिधित्व करने वाली सात यूनियनों द्वारा हड़ताल वापस ले ली गई। एक समझौते के अनुसार, गन्ना श्रमिकों के भुगतान में 14 प्रतिशत की वृद्धि, ठेकेदारों के कमिशन में 18.5 प्रतिशत से 19 प्रतिशत तक की वृद्धि होगी। इस समझौते का कार्यकाल तीन साल के लिए होगा।

आपको बता दे, निर्णय अनुसार, कटाई दर में 14 प्रतिशत वृद्धि के साथ, श्रमिकों को अपने सिर पर 100 मीटर तक गन्ना ले जाने और ट्रैक्टरों में लोड करने पर प्रति टन 273.14 रुपये मिलेंगे। पहले 239.60 प्रति टन मिलते थे। खेत से बैलगाड़ियों में गन्ना परिवहन के लिए, श्रमिकों को अब 267.74 रुपये प्रति टन के मुकाबले 304.78 रुपये प्रति टन मिलेंगे और ट्रेक्टर में गन्ने को लोड करने के लिए श्रमिकों को प्रति टन 208.30 के मुकाबले 237.46 रुपये प्रति टन का भुगतान किया जाएगा। गन्ना मजदूर यूनियनों के साथ समझौता 2020-21, 2021-22 और 2022-23 के लिए जारी रहेगा।

गन्ना श्रमिकों के भुगतान के दरों में वृद्धि के मामले ने इस वर्ष काफी तूल पकड़ा था। जिसको लेकर गन्ना श्रमिकों से जुड़े कई संगठनो ने वृद्धि की मांग की थी। लेकिन अब पेराई सत्र सुचारू रूप से शुरू होने की संभवना है।

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