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नई दिल्ली: चीनी मंडी
भारतीय चीनी मिल संघ (इस्मा ) ने एक बयान में कहा कि, 15 मार्च तक भारत का चीनी उत्पादन लगभग 6% बढ़कर 273.47 लाख टन हो गया है। पिछले साल इसी तारीख को 399 मिलों द्वारा 258. 50 लाख टन का उत्पादन हुआ था। ‘इस्मा’ ने कहा कि, 2018-19 के दौरान, 527 चीनी मिलें शुरू थीं और उन्होंने 15 मार्च 2019 तक 273.47 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है। उस तारीख तक 154 मिलों ने पेराई बंद कर दी है और देश की 373 चीनी मिलों ने पेराई जारी रखी है। ।
महाराष्ट्र में, 15 मार्च 2019 तक चीनी का उत्पादन 100.08 लाख टन हुआ, जबकि पिछले साल इसी अवधि में 93.84 लाख टन का उत्पादन हुआ था। यूपी में 116 चीनी मिलें चालू हैं और पिछले साल की इसी तारीख को उत्पादित 84.39 लाख टन की तुलना में 15 मार्च 2019 तक 84.14 लाख टन चीनी का उत्पादन किया गया है।
कर्नाटक में चीनी मिलों ने उसी समय में 42.45 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है। राज्य में 56 मिलों ने अपना परिचालन बंद कर दिया है जबकि 11 मिलें अभी भी शुरू हैं। पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान, 65 चीनी मिलों ने 35.10 लाख टन चीनी का उत्पादन किया था। 65 चीनी मिलों में से 17 मिलें 15 मार्च 2019 तक शुरू थीं और 48 मिलों ने अपना परिचालन बंद कर दिया था।
तमिलनाडु के मामले में, 29 चीनी मिलें चालू हैं और इसी तिथि पर उत्पादित 4.33 लाख टन की तुलना में 5.40 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है। गुजरात ने 15 मार्च 2019 तक 9.80 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है। ‘आईएसएमए’ ने कहा कि, पिछले साल 9.10 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था।
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में, 25 चीनी मिलों ने 6.5 लाख टन का उत्पादन किया है, जिनमें से 3 मिलों ने पेराई बंद कर दी है। पिछले साल 6.40 लाख टन का उत्पादन इसी तारीख को हुआ था और 14 मिलें चालू थीं। बिहार, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में, चीनी उत्पादन क्रमशः 6.65 लाख टन, 2.95 लाख टन, 5.45 लाख टन, 4.90 लाख टन और 4.75 लाख टन के क्रम में रहा है।