भारत ISO का अध्यक्ष: नई दिल्ली 64वीं परिषद बैठक की मेजबानी करेगा

नई दिल्ली : लंदन स्थित अंतरराष्ट्रीय चीनी संगठन(ISO) चीनी क्षेत्र में वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।विश्वव्यापी चीनी बाजार की स्थिरता और संधारणीयता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध ISO, सदस्य देशों को चर्चा, विश्लेषण, विशेष अध्ययन, पारदर्शी सांख्यिकी, सेमिनार, सम्मेलन और कार्यशालाओं के माध्यम से जोड़ता है। 2023 में, 63वीं परिषद बैठक में, ISO ने भारत को 2024 के लिए संगठन का अध्यक्ष बनाने की घोषणा की, जो वैश्विक चीनी क्षेत्र के प्रति भारत की प्रतिबद्धता की एक बड़ी उपलब्धि और स्वीकृति है और इस क्षेत्र में देश के बढ़ते कद का प्रतिबिंब है।इस नए नेतृत्व के तहत, नई दिल्ली 24-27 जून, 2024 को भारत मंडपम में 64वीं अंतर्राष्ट्रीय चीनी परिषद बैठक की मेजबानी करेगा।

भारत सरकार के उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव और अंतरराष्ट्रीय चीनी परिषद के अध्यक्ष संजीव चोपड़ा की अगुआई में आयोजित यह कार्यक्रम एक ऐतिहासिक अवसर होने का वादा करता है।आईएसओ सप्ताह सोमवार यानी 24 जून को शुरू होगा, जिसमें प्रतिनिधियों के लिए मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश) स्थित त्रिवेणी इंजीनियरिंग एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अत्याधुनिक अनाज आधारित एथेनॉल डिस्टिलरी का एक पूरे दिन का औद्योगिक दौरा होगा। यह यात्रा प्रतिनिधियों के लिए एक रोमांचक भ्रमण और ज्ञान का खजाना साबित होगी, जिसमें वे प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त करेंगे कि कैसे भारत में चीनी मिलें मुख्य गुड़ के अलावा कई फीडस्टॉक्स में प्रवेश करके एथेनॉल मिश्रण कार्यक्रम के स्थिरता मिशन को आगे बढ़ा रही हैं।

मंगलवार को बैठक भारत मंडपम में पंजीकरण के साथ शुरू होगी।उद्घाटन समारोह में उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रल्हाद जोशी, खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा और आईएसओ के कार्यकारी निदेशक जोस ओरिव द्वारा अमूल्य संबोधन होंगे।उद्घाटन समारोह के बाद, कई पैनल चर्चाएँ आयोजित की जाएगी, जैसे- विविधीकरण के माध्यम से स्थिरता, ग्रीन हाइड्रोजन: संभावनाएं और चुनौतियां, गन्ना खेती में आसानी: मशीनीकरण और आधुनिकीकरण, चीनी क्षेत्र का डिजिटलीकरण: हितधारकों के बीच तालमेल लाना, रणनीति और सटीक खेती, व्यापार पैटर्न, चीनी की वैश्विक मांग और आपूर्ति आदि।

प्रो. नरेंद्र मोहन, (पूर्व निदेशक, राष्ट्रीय शर्करा संस्थान-एनएसआई), समीर सोमैया, (सीएमडी, गोदावरी बायोरिफाइनरीज लिमिटेड), अतुल मुले, (सह-अध्यक्ष, प्राज इंडस्ट्रीज लिमिटेड), अवंतिका सरावगी, (निदेशक, बलरामपुर चीनी मिल्स लिमिटेड), लिंडसे जॉली, (वरिष्ठ सलाहकार, आईएसओ), एम प्रभाकर राव, (अध्यक्ष, आईएसएमए), रोशन लाल तमक, (सीईओ, डीसीएम श्रीराम लिमिटेड) , प्रकाश नाइकनवरे, (एमडी, राष्ट्रीय सहकारी शर्करा कारखाना लिमिटेड-एनएफसीएसएफ), दीपक बल्लानी, (महानिदेशक, आईएसएमए) , किरण वाधवाना, (निदेशक, कॉमडेक्स इंडिया लिमिटेड), क्लॉडियू कोवरिग, (संस्थापक, कोवरिग एनालिटिक्स), रवि गुप्ता,( निदेशक, श्री रेणुका शुगर्स लिमिटेड), रवि कृष्णमूर्ति, (प्रमुख-शर्करा , कॉफको इंडिया प्राइवेट लिमिटेड), संदीप कदम (एमडी, ईडीएंडएफ मैन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड) कुछ ऐसे नामचीन व्यक्ति और चीनी उद्योग के दिग्गज, अनुभवी और विशेषज्ञ हैं जो सम्मेलन में भाग लेंगे और अंतर्दृष्टि और ज्ञान के साथ इसे समृद्ध करेंगे। दिन का समापन एक सांस्कृतिक कार्यक्रम और रात्रिभोज के साथ होगा। पूरा कार्यक्रम YouTube पर लाइव प्रसारित किया जाएगा।कार्यक्रम के लिए भौतिक पंजीकरण बंद हो चुका है, सभी स्लॉट का बुकिंग हो चूका हैं।

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