गन्ना किसानों को राहत: भारत, ब्राजील सब्सिडी विवाद निपटाने के लिए सहमत

नई दिल्ली : चीनी मंडी

भारत के चीनी उद्योग और खास तौर पर गन्ना किसानों को राहत मिलती नजर आ रही है क्यूंकि भारत और ब्राजील ने द्विपक्षीय परामर्श के माध्यम से भारत की चीनी सब्सिडी विवाद को सुलझाने पर सहमति व्यक्त की है। गन्ना उत्पादकों को भारत द्वारा दिए गए सब्सिडी को ब्राजील ने विश्व व्यापार संघठन (डब्ल्यूटीओ) में चुनौती दी है, अब इस मुद्दे पर द्विपक्षीय परामर्श के माध्यम से रास्ता निकालने पर सहमति व्यक्त की गई है। खबरों के मुताबिक, पीएम नरेंद्र मोदी ने वार्ता के दौरान ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सनारो से चीनी सब्सिडी विवाद पर भी बात की। घनिष्ठ मित्रता के संकेत के रूप में दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय परामर्श के माध्यम से चीनी सब्सिडी विवाद पर हल निकालने पर सहमति व्यक्त की है। इस बीच, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और ब्राजील के राष्ट्रपति बोल्सोनारो ने रक्षा क्षेत्र के साथ-साथ ऊर्जा, स्वास्थ्य सेवा, प्रौद्योगिकी और कृषि में सहयोग बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया।

ब्राजील दुनिया में चीनी का सबसे बड़ा उत्पादक और निर्यातक है और अंतरराष्ट्रीय चीनी बाजार में भारत का एक प्रमुख प्रतिद्वंद्वी है। ब्राजील, भारत के खिलाफ विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में पंहुचा था, जिसमें आरोप लगाया गया कि, किसानों और उद्योग को भारत सरकार द्वारा दी गई सब्सिडी वैश्विक व्यापार नियमों के साथ असंगत है। बाद में ब्राजील के साथ साथ ऑस्ट्रेलिया और ग्वाटेमाला सहित कई अन्य देश भी भारत विरोध प्रक्रिया में शामिल हुए। दक्षिण अमेरिकी देश ब्राजील ने आगे आरोप लगाया था कि, हाल के वर्षों में, भारत ने गन्ना और चीनी के लिए अपने घरेलू समर्थन के स्तर में बड़े पैमाने पर वृद्धि की है।अब यह विवाद डब्ल्यूटीओ के बाहर ही सुलझता नजर आ रहा है।

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