नई दिल्ली : केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि, भारत संभवतः अगले महीने 20 प्रतिशत एथेनॉल मिश्रण प्राप्त कर लेगा, जो 2025 के मूल लक्ष्य से पहले है। हरदीप सिंह पुरी ने मोबिलिटी में सह-ऊर्जा के विकास के लिए तीसरे अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में बोलते हुए कहा कि, हमें 2030 तक 20 प्रतिशत एथेनॉल मिश्रण करना था, फिर हमने एथेनॉल आपूर्ति वर्ष (ईएसवाई) 2025-26 तक लक्ष्य को संशोधित किया और वास्तव में हम संभवत अगले महीने तक इसे प्राप्त कर लेंगे।
उन्होंने इसे संभव बनाने में शामिल SIAM, ISMA जैसे उद्योग निकायों और अन्य सभी हितधारकों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, मैं कह सकता हूं कि हम न केवल बहुत कम समय में 20 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने में आश्वस्त हैं, बल्कि हम ब्राजील और अन्य जगहों की तरह यह भी देखना शुरू कर रहे हैं कि 20 प्रतिशत से आगे की यात्रा कैसी होगी। हाल ही में, भारत ने दिसंबर 2024 में अब तक का सबसे अधिक एथेनॉल मिश्रण हासिल किया। चालू ESY 2024-25 में, दिसंबर में पेट्रोल में एथेनॉल मिश्रण 18.2 प्रतिशत तक पहुँच गया, और नवंबर 2024 से दिसंबर 2024 तक संचयी एथेनॉल मिश्रण 16.4 प्रतिशत तक पहुँच गया।
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय (MoPNG) के अनुसार, EBP कार्यक्रम के तहत, ESY 2013-14 में एथेनॉल की आपूर्ति 38 करोड़ लीटर से बढ़कर ESY 2023-24 में 707.4 करोड़ लीटर हो गई है, जिससे पेट्रोल में औसतन 14.6% एथेनॉल मिश्रण प्राप्त हुआ है। हाल ही में, एथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए, सरकार ने एथेनॉल का उत्पादन करने वाली डिस्टलरी के लिए FCI चावल की कीमत घटाकर 2,250 रुपये प्रति क्विंटल कर दी, जो पहले 2,800 रुपये प्रति क्विंटल तय की गई थी।
सरकार ने ईएसवाई 2025-26 तक 20% एथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य रखा है और उसे इस लक्ष्य को प्राप्त करने का पूरा भरोसा है। हालांकि, इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए लगभग 1,016 करोड़ लीटर एथेनॉल की आवश्यकता होगी, जो अन्य उपयोगों को शामिल करने पर कुल 1,350 करोड़ लीटर होगा। एथेनॉल मिश्रण पर जोर देना आयातित ईंधन पर निर्भरता को कम करने के सरकार के प्रयास का हिस्सा है।