भारत अफ्रीका में अपने रणनीतिक साझेदारों में से एक केन्या को 20,000 टन परिष्कृत चीनी की आपूर्ति की अनुमति दे सकता है।
लाइव मिंट में प्रकाशित खबर के मुताबिक, एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि संभवतः उन्नत प्राधिकरण योजना (advanced authorisation scheme/AAS) के तहत इसकी अनुमति दी जाएगी। AAS के तहत, रिफाइनरियां कच्ची चीनी का आयात कर सकती हैं और मूल्यवर्धन के बाद परिष्कृत चीनी का निर्यात कर सकती हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारी ने कहा की, हालांकि भारत में घरेलू खपत के लिए पर्याप्त उपलब्धता होगी, लेकिन पिछले साल की तुलना में इस साल अनुमानित कम उत्पादन के कारण निर्यात के लिए कोई अधिशेष मात्रा नहीं हो सकती है। इसलिए, यह सुझाव दिया गया है कि जो रिफाइनरियां कच्ची चीनी का आयात करती हैं और AAS के तहत मूल्यवर्धन के बाद परिष्कृत चीनी का निर्यात करती हैं, वह मात्रा केन्या को निर्यात करें।
आगे रिपोर्ट में कहा गया है की अधिकारी ने कहा कि विदेश मंत्रालय ने केन्या के 500,000 टन चीनी के अनुरोध के मुकाबले, समुद्र के माध्यम से 20,000 टन चीनी निर्यात करने की सिफारिश की है, जो अधिक लागत प्रभावी मार्ग है।
आपको बता दे, देश में कम चीनी उत्पादन अनुमान के कारण और घरेलू खपत सुनिश्चित करने के लिए वर्तमान सीजन में भारत ने चीनी निर्यात पर प्रतिबंध लगा रखा है।