नई दिल्ली: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि, देश हर साल 8 लाख करोड़ रुपये के पेट्रोल और डीजल का आयात करता है और इसी तरह से आयात जारी रहती है तो अगले पांच वर्षों में यह बढ़कर 25 लाख करोड़ रुपये हो जाएगा। डीजल और पेट्रोल पर्यावरण के लिए अच्छे नहीं हैं। अंतरराष्ट्रीय वैश्य महासंघ (International Vaish Federation) की ओर से दिल्ली में आयोजित बैठक में गडकरी बोल रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि, दिल्ली के लोगों को पेट्रोल-डीजल से होने वाले प्रदूषण के बारे में बताने की जरूरत नहीं है। मैंने निवेशकों से कच्चे तेल के आयात पर निर्भरता को कम करने के लिए एथेनॉल और अन्य स्वच्छ और स्वदेशी ईंधन के निर्माण में रुचि लेने का आग्रह किया है।
गडकरी ने यह भी कहा कि, भविष्य में देश के सार्वजनिक परिवहन में बदलाव आएगा और वैकल्पिक ईंधन पर स्विच किया जाएगा। उन्होंने कहा, इलेक्ट्रिक वाहनों में, हमारे पास लिथियम-आयन बैटरी होती है। देश के भीतर लगभग 80 प्रतिशत लिथियम-आयन बैटरी का निर्माण किया जा रहा है। अगले छह महीनों में, हम देश में इसके निर्माण का 100 प्रतिशत हासिल करेंगे।