भारत पूरे विश्व के निवेशकों के लिये निवेश के बेहतरीन अवसर प्रदान करता हैः पीयूष गोयल

वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता कार्य, खाद्य और सार्वजनिक वितरण तथा कपड़ा मंत्री श्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत पूरे विश्व के निवेशकों के लिये निवेश के बेहतरीन अवसर प्रदान करता है। उन्होंने अगले 25 वर्षों के अमृत काल के स्वर्णिम समय के दौरान भारत में निवेश के उचित समय को रेखांकित करते हुये अमेरिका में निवेशकों का आह्वान किया कि वे भारत में उपलब्ध निवेश अवसरों का लाभ उठायें। उन्होंने सैन फ्रांसिसको में यूएस इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम (यूएसआईएसपीएफ) को सम्बोधित करते हुये यह कहा।

भारत-अमेरिका सम्बंधों पर बोलते हुये श्री गोयल ने कहा कि दोनों देशों के बीच की साझेदारी ‘पार्टनरशिफ ऑफ ट्रस्ट’ है, जो 3-टी, यानी ट्रेड, टेक्नोलॉजी और टैलंट पर आधारित है। उन्होंने बताया कि भारत-अमेरिका सम्बंध मजबूत सरकार से सरकार के सम्बंध, लोगों के बीच मेल-मिलाप, अमेरिका में रहने वाले विशाल भारतीय समुदाय, व्यापार से व्यापार सम्बंध, बढ़ता हुआ द्विपक्षीय व्यापार, भू-राजनीतिक सम्बंधों वाले क्वॉड, मंत्री स्तरीय संवादों, आईपीईएफ तथा मजबूत व्यापार नीतिगत मंच पर आधारित है। आपसी हितों के क्षेत्रों पर मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता को दोहराते हुये श्री गोयल ने कहा कि भारत-अमेरिका सम्बंधों को और विस्तार देने पर ध्यान दिया जा रहा है।

प्रतिस्पर्धात्मक लाभ और एक-दूसरे के लिये अपार अवसरों का हवाला देते हुये श्री गोयल ने कहा भारत और अमेरिका नैसर्गिक साझेदार हैं। उन्होंने कहा कि भारत ने अमेरिका को प्रतिभायें दी हैं और अमेरिका ने भारत को निवेश दिया है। उन्होंने अमेरिकी निवेशकों से कहा कि भारत-अमेरिकी सम्बंधों को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिये वे नये विचार और सुझाव दें। श्री गोयल ने कहा कि दोनों देशों के हित विश्व से जुड़े हैं, एक ऐसे विश्व के साथ जो शांतिपूर्ण हो, व्यापार के लिये मुक्त हो, लोकतंत्र में विश्वास करता हो तथा पारदर्शी हो। इसके विषय में श्री गोयल ने कहा कि दोनों देश वैश्विक सुरक्षा, स्थिरता, समायोजक आपूर्ति श्रृंखला और बढ़ती अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन देने के लिये मिलकर काम करें।

पिछले कुछ वर्षों के दौरान पूरे विश्व में भारत की मजबूत होती विश्वसनीयता का उल्लेख करते हुये श्री पीयूष गोयल ने कहा कि हमने परिवर्तनगामी सुधार किये और अर्थव्यवस्था के पूरे ढांचे को सच्चाई और गंभीरता से व्यापार करने, व्यापार प्रक्रियाओं में सत्यनिष्ठा का सम्मान करने, अनुपालन के बोझ को कम करने, व्यापारिक अपराध की श्रेणी में आने वाले कानूनों को दुरुस्त करने तथा व्यापार करने वाले ईमानदार व्यक्तियों पर भरोसा व उनका सम्मान करने के सांचे में ढाला है।

श्री गोयल ने कहा कि भारत अब ज्यादा खुली अर्थव्यवस्था हो गई है। यह उल्लेख करते हुये उन्होंने कहा कि भारत उन सभी विषयों पर अन्य देशों के साथ चर्चा करने से नहीं हिचकता, जिन्हें पहले कभी नहीं उठाया जाता था, जैसे लैंगिक विषय, पर्यावरण, छोटे और मंझौले उद्यम, श्रम और भ्रष्टाचार-रोधी कानून। उन्होंने कहा कि हम स्वदेशी और विदेशी, दोनों निवेशकों को विकास अवसर उपलब्ध कराने के लिये प्रतिबद्ध हैं।

अपने सम्बोधन में श्री गोयल ने यह तथ्य रेखांकित किया कि भारत में बहुत सारे नवाचार विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे हैं तथा नये क्षेत्र खुल रहे हैं, जैसे कृत्रिम बौद्धिकता, बिग डाटा, ई-वाणिज्य, एडू-टेक, फिन-टेक, एग्री-टेक और हेल्थ-टेक। उन्होंने कपड़ा, जियो-टैक्सटाइल (मिट्टी स्थिर रखने व क्षरण को नियंत्रित करने वाले कपड़े), जांच प्रयोगशालाओं के लिये प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में संभावनायें तलाशने के लिये सुझाव और विचार आमंत्रित किये।

(Source: PIB)

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