नई दिल्ली: भारत चीनी निर्यात में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। इकनोमिक टाइम्स डॉट कॉम में प्रकाशित खबर के मुताबिक, केंद्रीय खाद्य मंत्रालय ने कहा कि, भारतीय शुगर कंपनियों ने 2020-21 के चीनी सीजन के लिए 6 मिलियन टन के निर्यात लक्ष्य के 83% से अधिक का अनुबंध किया है। निर्यात में वृद्धि मुख्य रूप से वैश्विक कीमतों में बढ़ोतरी और निर्यात सब्सिडी के कारण है, जिसने निर्यात को आकर्षक बना दिया है। अधिकारियों ने कहा कि, निर्यात की गति बढ़ने से मिलर्स को किसानों के गन्ने के बकाया भुगतान करने में मदद मिलेगी। देश भर की मिलों के पास कुल लंबित बकाया 23,000 करोड़ रुपये है।
अबिनाश वर्मा, डायरेक्टर जनरल, इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन ने कहा की, “अब तक चीनी की मांग पर कोई असर नहीं पड़ा है। सात से 10 दिन का लॉकडाउन उद्योग को शायद ही प्रभावित कर सके। इस साल मार्च में मांग पिछले साल के मार्च में की तुलना में लगभग 20% अधिक थी। हमने अप्रैल में खपत में कोई गिरावट नहीं देखी है। विश्व के शीर्ष चीनी उत्पादक देश ब्राजील और थाईलैंड में कम उत्पादन के चलते भारत को निर्यात का मौका मिल रहा है।”