नई दिल्ली : भारतीय निर्यातकों ने 2023 में रोमानिया, मोंटेनेग्रो, ऑस्ट्रिया और ग्वाटेमाला जैसे देशों में स्वस्थ वृद्धि दर्ज करते हुए यूरोपीय और लैटिन अमेरिकी देशों में और अधिक पैठ बनाई। वाणिज्य मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि, जीवनयापन की ऊंची लागत, कमजोर बाहरी मांग और मौद्रिक सख्ती के कारण यूरोपीय संघ और ब्रिटेन जैसे बड़े विकसित बाजारों में प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करने के बावजूद 2023 में यूरोपीय संघ (ईयू) को भारत का माल निर्यात 2.1 प्रतिशत बढ़ गया।
अधिकारी ने कहा, 2023 में वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत का निर्यात व्यापार विस्तार प्रभावशाली रहा है।भारत के व्यापारिक निर्यात ने रोमानिया, चेक गणराज्य, मोंटेनेग्रो, फिनलैंड, नीदरलैंड, पुर्तगाल, लक्जमबर्ग, आइसलैंड, आयरलैंड और ऑस्ट्रिया जैसे यूरोपीय देशों में स्वस्थ वृद्धि दर्ज की है।अधिकारी ने कहा, यह वृद्धि यूरोप में मौजूदा अनिश्चितताओं और अर्थव्यवस्थाओं में मंदी के बावजूद भारत के व्यापार लचीलेपन और विकास की ओर इशारा करती है।
इसी तरह, लैटिन अमेरिकी देशों में क्यूबा, उरुग्वे, पैराग्वे, गुयाना, पेरू, मेक्सिको और ग्वाटेमाला में भारत के निर्यात में 2023 में उच्च वृद्धि दर्ज की गई।अधिकारी ने कहा, निरंतर सामाजिक अशांति, तेल उत्पादन में कटौती और कड़ी नीति सेटिंग के कारण, मध्य-पूर्वी देशों की वृद्धि कमजोर हो गई है। हालांकि, प्रमुख मध्य-पूर्वी देशों में भारत की व्यापारिक निर्यात वृद्धि सकारात्मक बनी हुई है।2023 में इराक, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को व्यापारिक निर्यात में वृद्धि प्रतिकूल आर्थिक परिस्थितियों से निपटने और निर्यात के अवसरों को भुनाने की भारत की क्षमता को रेखांकित करती है।
आर्थिक थिंक-टैंक ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआई) ने कहा है कि, भारत का निर्यात और आयात 2022 में 1,651.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर की तुलना में 2023 में 2.6 प्रतिशत गिरकर 1,609 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया है।