बीजिंग, 25 मार्च: भारत ने चीन के साथ बढ़ते व्यापार घाटे पर चिंता व्यक्त की। चीन में भारत के नये राजदूत विक्रम मिसरी ने चिंता जताते हुए यहां कहा कि इस मुद्दे का हल निकालना उनकी शीर्ष प्राथमिकता होगी।
चीन के साथ भारत का व्यापार घाटा 58 अरब डॉलर के पार जा चुका है।
उन्होंने कहा कि भारत चावल और चीनी जैसे कृषि उत्पादों, विभिन्न फलों एवं सब्जियों, दवा तथा आईटी के लिये चीन में बेहतर बाजार हिस्सेदारी के लिये चीन के पक्ष के साथ मिलकर काम कर रहा है।
मिसरी ने कहा, ‘‘हालांकि, आंकड़े में भारत का 58 अरब डॉलर का व्यापार घाटा शामिल है और यह कई सालों में बढ़कर यहां पहुंचा है। व्यापार घाटा को दूर करना मेरी शीर्ष प्राथमिकता होगी, जिसमें चीनी और चावल जैसे कृषि उत्पादों के बाजार पर हमारा खास ध्यान रहेगा।