नई दिल्ली: पूर्वी मध्य अरब सागर पर चक्रवात ‘महा’ के तेज होकर अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान में परिवर्तित होने के साथ ही भारतीय नौसेना की पश्चिमी नौसेना कमान गुजरात और उत्तरी महाराष्ट्र में आवश्यकता पड़ने पर मानवीय और आपदा राहत (एचएडीआर) कार्यों के लिए तैयार है।
पश्चिमी नौसेना कमान के चार युद्ध पोत भोजन के पैकेटों, पानी, चिकित्सा आपूर्तियों और अन्य आवश्यक वस्तुओं सहित एचएडीआर राहत सामग्री के साथ तैयार हैं। गुजरात नौसेना क्षेत्र की नौसेना इकाइयां भी अंडरवॉटर डाइविंग उपकरण और हवा वाली नौकाओं से लैस आपात सहायता दलों (इमरजेंसी रिस्पांस टीम्स) के साथ तैयार हैं। इसके अतिरिक्त, नौसेना के विमान और हेलीकॉप्टर भी सर्वेक्षण और हवाई राहत ऑपरेशन्स के लिए तैयार हैं। गुजरात में नौसना के अधिकारी पुख्ता तालमेल सुनिश्चित करने के लिए नागरिक प्रशासन के साथ निरंतर सम्पर्क बनाए हुए हैं।
चक्रवात ‘महा’ इस समय मध्य अरब सागर में उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है और इसके 5 नवम्बर, 2019 की दोपहर गुजरात तट तक पहुंचने की आशंका है। 6 नवम्बर 2019 की रात यह 35- 40 नॉट्स हवा की रफ्तार के साथ वेरावल तट से टकरा सकता है। इसके परिणामस्वरूप, पूर्वी मध्य सागर में मौसम खराब होने तथा दक्षिणी गुजरात और उत्तरी महाराष्ट्र के क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ मूसलाधार बारिश होने की आशंका है।
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