नई दिल्ली: देश में कोरोनो वायरस के प्रकोप से लड़ने में भारतीय रेल ने सराहानीय भूमिका निभाई है। एक ओर जहां इस संक्रमण से निपटने के लिए देशभर की चीनी मिलों और डिस्टलरीज में सैनिटाइजर का बड़े पैमाने पर उत्पादन हो रहा है वहीं भारतीय रेल ने पूरे देश में जीवनावश्यक चीजों को पहुंचाने में पूरी मेहनत कर रही है।
IANS न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक, 21 दिवसीय देशव्यापी तालाबंदी के दौरान भारतीय रेलवे ने जीवनावश्यक चीजों की मांग को पूरा करने के लिए पूरे भारत में माल-डिब्बे (वैगन) का परिवहन किया। वैगनों में आवश्यक वस्तुओं जैसे खाद्यान्न, नमक, चीनी, दूध, खाद्य तेल, प्याज, फल और सब्जियां, पेट्रोलियम उत्पाद, कोयला, उर्वरक आदि थे।
खबरों के मुताबिक, रेलवे ने अपने सभी वर्कशॉप्स और अन्य उत्पादन इकाइयों में इस वजह से उत्पादन को निलंबित कर दिया है और कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में चिकित्सा पेशेवरों द्वारा आवश्यक सैनिटाइजर्स, मेडिकल बेड, आईवी स्टैंड, मास्क, एप्रन, कवरॉल और अन्य वस्तुओं को तैयार करना शुरू किया है।
भारतीय रेलवे ने 24 मार्च से 14 अप्रैल तक कोरोनावायरस के संचरण की श्रृंखला को तोड़ने के लिए सभी यात्री, मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों की सेवाओं को निलंबित कर दिया है। पूरे देश में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए केवल माल और विशेष पार्सल ट्रेनें चलाई जा रही हैं।
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