चीनी निर्यात के लिए अंतरराष्ट्रीय कीमतें अनुकूल होने के कारण भारतीय चीनी उद्योग के लिए यह काफी फायदेमंद साबित हो रहा है। खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में चीनी मिलों से लगभग 60 लाख टन चीनी निर्यात के लिए भेजी गई है। जिसमें से 16 लाख टन से अधिक यानी 26.67% से अधिक भारतीय चीनी निर्यात इंडोनेशिया को और 6 लाख टन से अधिक अफगानिस्तान को निर्यात किया गया है।
बाजार के जानकारों के अनुसार शेष चीनी का दक्षिण एशिया, अफ्रीका और अरब के कुछ देशों में सफलतापूर्वक निर्यात किया गया है। ब्राजील में सूखे और ठंड की खबर से वैश्विक बाजार में चीनी उत्पादन में गिरावट की चिंताओं के बाद भारतीय निर्यातकों ने शिपमेंट से पांच महीने पहले चीनी निर्यात अनुबंधों पर हस्ताक्षर किए हैं। चालू चीनी सीजन 2020-21 के लिए चीनी का निर्यात 70 लाख टन तक पहुंचने की संभावना है।
आपको बता दे चीनी मिलें आर्थिक संकट के कारण गन्ना भुगतान में विफल हुए है। और अब चीनी निर्यात में सुधार होने के कारण उनकी आर्थिक आय में वृद्धि होने की उम्मीद है और गन्ना किसान के अच्छे दिन आने वाले है।
चीनी की कीमतों के साथ वैश्विक बाजार में इस समय तेजी बनी हुई है। साथ ही साथ सभी की निगाहें ब्राजील की फसल की रिपोर्ट पर टिकी हुई हैं। बाजार की नजर इस बात पर भी है कि आगामी सीजन 2021-22 के लिए भारत सरकार द्वारा क्या निर्यात नीति बनाई जाती है।