नई दिल्ली : मार्च 2022 में भारत का कच्चे तेल का उत्पादन गिरकर 2,526.11 हजार मीट्रिक टन (टीएमटी) हो गया, जो महीने के लक्ष्य से 12.49 प्रतिशत कम और पिछले साल के इसी समय में रिकॉर्ड किए गए उत्पादन से 3.37 प्रतिशत कम है। अप्रैल-मार्च, 2021-22 के दौरान संचयी कच्चे तेल का उत्पादन 29,690.78 टीएमटी रहा, जो कि पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में क्रमशः 11.67 प्रतिशत और 2.63 प्रतिशत कम है।
मार्च 2022 के दौरान तेल और प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) द्वारा नामांकन ब्लॉक में कच्चे तेल का उत्पादन 1,681.60 टीएमटी था, जो महीने के लक्ष्य से 12.62 प्रतिशत कम और मार्च 2021 के उत्पादन की तुलना में 1.84 प्रतिशत कम है।अप्रैल-मार्च, 2021-22 के दौरान ओएनजीसी द्वारा कच्चे तेल का संचयी उत्पादन 19,451.23 टीएमटी था, जो इस अवधि के लक्ष्य और पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान हुए उत्पादन से क्रमशः 13.82 प्रतिशत और 3.62 प्रतिशत कम है।
ऑयल इंडिया लिमिटेड (ओआईएल) द्वारा मार्च 2022 के दौरान नामांकन ब्लॉक में कच्चे तेल का उत्पादन 257.43 टीएमटी था, जो मार्च 2021 के उत्पादन की तुलना में 3.13 प्रतिशत अधिक है, लेकिन महीने के लक्ष्य से 17.34 प्रतिशत कम है।अप्रैल-मार्च 2021-22 के दौरान ओआईएल द्वारा कच्चे तेल का संचयी उत्पादन 2986.84 टीएमटी था, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान उत्पादन से 1.68 प्रतिशत अधिक है, लेकिन इस अवधि के लक्ष्य से 10.17 प्रतिशत कम है।अप्रैल-मार्च 2021-22 के दौरान निजी/संयुक्त उद्यम कंपनियों द्वारा कच्चे तेल का संचयी उत्पादन 7252.71 टीएमटी था, जो इस अवधि के लक्ष्य और पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान उत्पादन से क्रमशः 6.03 प्रतिशत और 1.64 प्रतिशत कम है।