एथेनॉल को बढ़ावा: भारत की पहली बांस आधारित बायोरिफाइनरी अगले साल करेगी परिचालन शुरू

ऑयल इंडिया (Oil India) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी नुमालीगढ़ रिफाइनरी (NRL) मार्च 2024 में असम में अपनी बायोरिफाइनरी में एथेनॉल उत्पादन शुरू करने की योजना बना रही है। बायोरिफाइनरी फीडस्टॉक के रूप में बांस (bamboo-based biorefinery) का उपयोग करने वाली देश की पहली कंपनी होगी।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बायोरिफाइनरी से सालाना 50,000 टन एथेनॉल, 16,000 टन फ़्यूरफ़्यूरल और 11,000 टन एसिटिक एसिड (50,000 tonnes of ethanol, 16,000 tonnes of furfural and 11,000 tonnes acetic acid) का उत्पादन होने की उम्मीद है।

भारत, जो दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता और तेल आयातक है, जैव ईंधन जैसे टिकाऊ विकल्पों पर स्विच करके अपने कच्चे तेल की खपत को कम करने का लक्ष्य रख रहा है। देश की योजना 2025 तक पेट्रोल के साथ एथेनॉल के मिश्रण को 20% करने की है।

 

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