नई दिल्ली : भारत, अमरीका और ब्राज़ील के नेतृत्व में बने ग्लोबल बायोफ्यूल्स एलायंस (Global Biofuels Alliance) में विश्व के अन्य देशों को शामिल कर उसे ‘ग्लोबल’ बनाने की पूरी पुरजोर कोशिशे चल रही है, और इसमें कई देशों ने शामिल होने में अपनी दिलचस्पी दिखाई है। खासकर, भारत द्वारा इस बायोफ्यूल्स अलाएंस का दायरा बढ़ाने पर फोकस किया जा रहा है। भारत ने शुक्रवार को ग्लोबल साउथ (Global South) को ग्लोबल बायोफ्यूल्स एलायंस में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। बायोफ्यूल्स अलाएंस विकासशील और कम विकसित देशों के साथ अपनी विशेषज्ञता साझा करने को इच्छुक है।
आपको बता दे की, परिवहन और औद्योगिक क्षेत्रों में उत्सर्जन को कम करने के उद्देश्य से सितंबर में 20 नेताओं के समूह की बैठक में जैव ईंधन को बढ़ावा देने के लिए एक वैश्विक गठबंधन शुरू किया गया था। ग्लोबल बायोफ्यूल्स एलायंस जैव ईंधन में व्यापार के लिए विश्वव्यापी बाजार बनाने में मदद करेगा।
दूसरे वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट में बोलते हुए, तेल मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि, भारत ने समय सीमा से पहले पेट्रोल में 10 प्रतिशत एथेनॉल मिलाने का लक्ष्य हासिल कर लिया और पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथेनॉल मिलाने की समय सीमा को पांच साल से 2025 तक आगे बढ़ा दिया है। इस कदम से भारत को किसानों के लिए आय का एक अतिरिक्त स्रोत प्रदान करने के साथ-साथ उत्सर्जन में कटौती करने में मदद मिल रही है।
ग्लोबल बायोफ्यूल्स एलायंस सरकारों, अंतरराष्ट्रीय संगठनों और उद्योगों का एक बहु-हितधारक गठबंधन है, जिसका उद्देश्य जैव ईंधन के वैश्विक उत्थान में तेजी लाना है। गठबंधन में वर्तमान में 22 सदस्य देश और 12 अंतरराष्ट्रीय संगठन हैं और यह लगातार विस्तार कर रहा है। मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि, मैं दक्षिणी देशों को आमंत्रित करता हूं, जहां हम स्वच्छ और हरित भविष्य की दिशा में आगे सहयोग कर सकते है।