गन्ना ज्यूस से एथेनॉल उत्पादन प्रतिबंध के कारण भारत का चीनी उत्पादन 2.5 मिलियन टन बढ़ने का अनुमान: Crisil

रेटिंग एजेंसी क्रिसिल (Crisil) की एक रिपोर्ट के अनुसार, केंद्र सरकार ने चीनी मिलों को एथेनॉल का उत्पादन करने के लिए गन्ना ज्यूस/शुगर सिरप का उपयोग नहीं करने का निर्देश दिया है, जिससे कुछ हद तक ईंधन के साथ मिश्रण को नुकसान हो सकता है, लेकिन इससे चीनी का उत्पादन बढ़ने की उम्मीद है।

Crisil ने कहा कि एथेनॉल के लिए गन्ना ज्यूस/शुगर सिरप के उपयोग पर प्रतिबंध के परिणामस्वरूप 2023-24 सीजन में भारत का चीनी उत्पादन 2.5 मिलियन टन बढ़ने की उम्मीद है।

Crisil के मुताबिक, एथेनॉल उत्पादन में 20 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है, जिससे एथेनॉल आपूर्ति वर्ष 2023-24 में एथेनॉल मिश्रण दर 10 प्रतिशत से कम हो सकती है, जो 2022-23 में 12 प्रतिशत थी।

Crisil ने कहा कि 2024-25 तक 20 प्रतिशत एथेनॉल-मिश्रित पेट्रोल प्राप्त करने के सरकार के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को 2023-24 में गन्ना ज्यूस से एथेनॉल उत्पादन रुकने के कारण झटका लगने की संभावना है।

रिपोर्ट में कहा गया है की चीनी मिलें अब अधिक गन्ने को बी हेवी और सी हेवी मोलासेस के उत्पादन की ओर मोड़ेंगी, जो मूल रूप से गन्ने के रस से एथेनॉल उत्पादन के लिए था। रिपोर्ट में कहा गया है कि इससे 2023-24 सीज़न के लिए चीनी उत्पादन में 2.5 मिलियन टन की वृद्धि होने की उम्मीद है।

 

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