इंडोनेशिया की तीन साल में 5 प्रतिशत बायोएथेनॉल मिश्रण की योजना

जकार्ता : इंडोनेशिया के ऊर्जा मंत्रालय ने तीन साल में 5 प्रतिशत एथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य निर्धारित किया है। एक नए रोडमैप के तहत, जिसे बांडुंग इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के साथ विकसित किया गया है बायोएथेनॉल ईंधन की शुरुआत 5 प्रतिशत चीनी-आधारित एथेनॉल को पर्टेमिना के 90-ऑक्टेन या उच्च ऑक्टेन गैसोलीन के साथ मिलाकर शुरू की जा सकती है। इसका प्रारंभ राजधानी जकार्ता और पूर्वी जावा से शुरू हो रहा है। मध्यम अवधि में इस मिश्रण को 10% तक बढ़ाए जाने और जावा के भारी आबादी वाले द्वीप पर अन्य क्षेत्रों में भी लागू करने की उम्मीद है। इंडोनेशियन सरकार ने 2031 तक 15% बायोएथेनॉल मिश्रण ला लक्ष्य रखा है। उच्च ईंधन कीमतों से परेशान इंडोनेशिया अब ईंधन स्रोतों में विविधता लाने के प्रयासों को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहा है।

ऊर्जा मंत्रालय में बायोएनेर्जी निदेशक एडी विबोवो ने कहा की, इंडोनेशिया को गन्ने से बने एथेनॉल की अपनी उत्पादन क्षमता का विस्तार करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि, देश में ईंधन-ग्रेड बायोएथेनॉल का वार्षिक उत्पादन वर्तमान में लगभग 40,000 किलोलीटर है। उन्होंने कहा, ईंधन-ग्रेड बायोएथेनॉल उत्पादकों से उपलब्ध आपूर्ति पूर्वी जावा और जकार्ता में केवल 5.7% मांग को पूरा कर सकती है, जिसका अर्थ है कि आपूर्ति को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। राष्ट्रपति जोको विडोडो ने पिछले महीने कहा था कि, इंडोनेशिया का इरादा अपने चीनी बागान क्षेत्र का विस्तार करना है ताकि आत्मनिर्भर बनने की कोशिश की जा सके और चीनी-आधारित एथेनॉल विकसित करने पर भी ध्यान दिया जा सके। इंडोनेशिया में वर्तमान में डीजल ईंधन में ताड़ के तेल आधारित ईंधन का 30% अनिवार्य मिश्रण है, जिसे B30 के रूप में जाना जाता है। इससे देश को ईंधन आयात बिलों को कम करने में मदद मिली है।

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