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भारत अधिशेष चीनी की समस्या से त्रस्त है और इससे बाहर निकलने के लिए वह नए बाजार की तलाश कर रहा है। गुरूवार को प्रकाशित एक वित्त मंत्रालय के नियमन के अनुसार, इंडोनेशिया ने भारतीय कच्चे चीनी के लिए आयात कर को पहले के 550 इण्डोनेशियाई रुपिया (Rs 2.69) प्रति किलोग्राम के मामूली शुल्क से 5 प्रतिशत कर दिया है।
रिपोर्टों के अनुसार, इससे पहले इंडोनेशिया ने भारत से अनुरोध किया था की रिफाइंड पाम तेल पर 45 फीसद आयात शुल्क लगाए। आयात शुल्क उतना ही लगना चाहिए जितना शुल्क मलेशिया के रिफाइंड पाम तेल पर लगाया जा रहा है। इंडोनेशिया के व्यापार मंत्रालय ने इसके बदले में भारतीय चीनी के आयात की अनुमति देने का ऑफर दिया था ।
वर्तमान में, इंडोनेशिया, दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा चीनी आयातक, थाईलैंड, ऑस्ट्रेलिया और ब्राजील से कच्ची चीनी का आयात करता है।
विशेषज्ञों का मानना है की निर्यात में बूस्ट से चीनी अधिशेष को कुछ हद तक कम करने में मदद मिलेगी।