जकार्ता :National Food Agency (Bapanas) के प्रमुख एरीफ प्रासेत्यो आदि ने चीनी की कीमत 16,000 Rp प्रति किलोग्राम से अधिक बढ़ने के पीछे के कारणों का स्पष्ट रूप से खुलासा किया। उन्होंने कहा कि, इसका कारण सरकार द्वारा जारी आयात कोटा से भी आयातकों द्वारा चीनी की कम आयात करना है। एरीफ ने कहा, माना जाता है कि जिसके पास आयात परमिट है, उसके द्वारा आयात कार्य ठीक से निष्पादित किया गया होगा। यदि उन्होंने ठीक से काम किया होता, तो आयात रिकवरी 26 प्रतिशत से अधिक होती, और आज हमारे पास अच्छी कीमतों पर स्टॉक होता।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इसके अलावा, एरीफ ने कहा कि सरकार ने पहले राज्य के स्वामित्व वाले उद्यमों (बीयूएमएन) और निजी कंपनियों दोनों को आयात परमिट जारी किए थे। हालांकि, यह पता चला है कि इन कंपनियों ने निर्दिष्ट समय के अनुसार कार्य नहीं किया है। अब कीमतें ऊंची हैं, और लोग खाद्य एजेंसी से पूछ रहे है। यह पूछे जाने पर कि क्या चीनी आयात में विफल रहने वाले आयातकों के लिए प्रतिबंध लगाए जाएंगे, एरीफ ने कहा कि यदि चीनी आयात में सुधार नहीं हुआ, तो सरकार मूल्यांकन करेगी और फिर संबंधित कंपनियों को आयात परमिट देना बंद कर देगी।