देशभर के गन्ना किसानों को अब अपने ज्यादातर कामों के लिए सहकारी गन्ना विकास समितियों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। गन्ना विभाग ने समितियों से संबंधित कार्यों के लिए अपनी वेबसाइट शुरू कर दी है। किसान खुद यह साइट खोलकर अपना कैलेंडर, पर्चियां, लोन और भुगतान की स्थिति चेक कर सकते हैं।
उत्तराखंड में हरिद्वार के अलावा नैनीताल और ऊधमसिंह नगर में गन्ना किसानों की काफी संख्या है। अकेले हरिद्वार जिले के ही करीब सवा लाख किसान सहकारी गन्ना विकास समितियों के माध्यम से अपना गन्ना लक्सर, इकबालपुर व लिब्बरहेड़ी चीनी मिलों को सप्लाई करते हैं। चीनी मिलों के पेराई सत्र के दौरान इन किसानों को कभी अपनी पर्ची तो कभी सप्लाई का कैलेंडर चेक करने के लिए अक्सर समितियों के चक्कर काटने पड़ते हैं। इन किसानों को राहत देने के लिए अब गन्ना विभाग ने www.ukkishan.com के नाम से अपनी वेबसाइट शुरू की है। लक्सर समिति के सचिव जय सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि समिति के अंतर्गत आने वाले हर गांव के साथ ही प्रत्येक किसान को एक विशेष कोड दिया गया है। इस कोड से वेबसाइट पर इस कोड को डालकर किसान अपनी पर्चियों व कैलेंडर की स्थिति के अलावा अपने बेसिक कोटा, हिस्सा, समिति का किसान पर बकाया ऋण, तोली गई पर्ची व उनके भुगतान की जानकारी ले सकते हैं। वेबसाइट पर इस तरह से लें जानकारीवेब अड्रेस डालकर साइट को ओपन करें। सबसे पहले इस पर अपनी समिति का चयन करें। इसके बाद अपना ग्राम कोड व कृषक कोड डालें। पासवर्ड के बॉक्स में 12345 डालकर एंटर करें। आपकी सारी जानकारी सामने आ जाएगी।
इन समितियों का पूरा डाटा है ऑनलाइनलक्सर, ज्वालापुर, लिब्बरहेड़ी, इकबालपुर, काशीपुर, बाजपुर, गदरपुर, हल्द्वानी, किच्छा, खटीमा, सितारगंज व पंतनगर। विभाग की इस पहल से गन्ना किसानों को बहुत सुविधा होगी। जो किसान खुद स्मार्टफोन प्रयोग नहीं करते वे अपने परिवार के किसी भी सदस्य के स्मार्टफोन से यह जानकारी ले सकते हैं। शैलेंद्र सिंह, सहायक गन्ना आयुक्त, हरिद्वार ।
Source : Sugar Times
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