प्रदेश के आयुक्त, गन्ना एवं चीनी श्री संजय आर. भूसरेड्डी ने कोहरे एवं ठंड आदि से बचाव हेतु गन्ना किसानों को मूलभूत सुविधायें उपलब्ध कराने के लिये प्रदेश की सभी चीनी मिलों के अध्यासियों को निर्देशित किया है। इस हेतु चीनी मिल गेट एवं वाह्य गन्ना क्रय-केन्द्रों पर गन्ना लाने वाले किसानों के लिए अलाव, पेयजल आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिये दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं।
इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुये गन्ना आयुक्त द्वारा बताया गया कि पेराई सत्र 2022-23 गतिमान है और गन्ना कृषकों द्वारा चीनी मिल गेटों एवं वाह्य गन्ना क्रय-केन्दों पर दिन व रात में अनवरत गन्ना आपूर्ति की जा रही है। ठंड हो जाने के कारण प्रायः दिसम्बर से फरवरी के मध्य शीतलहर से किसानों को कठिनाई का सामना करना पड़ता है, इसलिये चीनी मिलों गेटों एवं वाह्य क्रय-केन्द्रों पर गन्ने की तौल के दौरान अलाव की व्यवस्था किया जाना आवश्यक है। जिससे गन्ना कृषकों को ठंड से राहत प्रदान की जा सके।
उन्होंने यह भी बताया कि चीनी मिल गेट एवं यार्डों पर अलाव की व्यवस्था होने से भीषण ठंड में किसानों को ठिठुरना नही पडे़गा तथा रात के समय चीनी मिल गेट पर अलाव, चाय, विश्रामग्रह व यार्ड में उचित व्यवस्था आदि होने से गन्ना किसानों को इस ठंड से राहत मिल सकेगी। इसके अतिरिक्त परिक्षेत्रीय अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये गये है कि कृषकों से चीनी मिल यार्ड में मुलाकात कर उन्हें विभागीय कार्यों की जानकारी देते हुए उनसे फीडबैक भी प्राप्त करें, जिससे गन्ना कृषकों को यदि कोई व्यवहारिक समस्या आ रही हो तो उसका तत्परता से निस्तारण कराया जा सके। परिक्षेत्रीय अधिकारी पेराई सत्र के दौरान समय-समय पर इस व्यवस्था का अनुश्रवण भी सुनिश्चित करेंगे।