सहारनपुर: उत्तर प्रदेश में लंबित गन्ना भुगतान काफी गंभीर मुद्दा बना हुआ है। भुगतान की मांग को लेकर किसानों को आंदोलन करना पड़ रहा है। किसानों का कहना है की उन्हें लंबित भुगतान के चलते आर्थिक कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। बच्चों की पढ़ाई से लेकर परिजनों की दवाई पर खर्च के लिए उनके पास पैसा नहीं है। किसानों का कहना है की, सरकार को बकाया गन्ना मूल्य भुगतान कराने के लिए मिलों पर दबाव डालना चाहिए। जिसके चलते गन्ना विभाग भी हरकत में आ गया है।
अमर उजाला डॉट कॉम में प्रकाशित खबर के मुताबिक, सहारनपुर जिले की बात की जाये तो जिले के किसानों के चीनी मिलों पर करीब 676 करोड़ रुपये अभी भी बकाया हैं। गन्ना विभाग ने बकाया गन्ना मूल्य भुगतान करने में विफल चीनी मिलों को नोटिस जारी किए हैं। लंबित बकाया भुगतान जल्द से जल्द करने के निर्देश देते कार्रवाई की चेतावनी दी है। पेराई सत्र अंतिम दौर में है। जिले की छह में से दो चीनी मिलें पेराई सत्र समाप्त कर चुकी हैं। गांगनौली दो अप्रैल और गागलहेड़ी चीनी मिल सात अप्रैल को बंद हो गई।
दो मिलों में इसी माह और अन्य दो मिलों में आगामी महीने तक पेराई सत्र समाप्त होने की उम्मीद है।