पेशावर: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (NAB) ने एक बड़े चीनी निर्यात घोटाले की जांच शुरू की है, जिसमें चीनी मिल मालिकों ने अफगानिस्तान को अपने आवंटित कोटे से कम चीनी का निर्यात किया और इसे पाकिस्तान में ही बेचा, जिससे राष्ट्रीय राजकोष को भारी नुकसान हुआ है।
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, सूत्रों का हवाला देते हुए, द न्यूज इंटरनेशनल ने बताया कि, चीनी निर्यातकों ने कथित तौर पर नकली दस्तावेजों के आधार पर सीमा शुल्क अधिकारियों की भागीदारी के साथ चीनी के पूरे आवंटित निर्यात कोटा पर बिक्री और आयकर में छूट का दावा किया था। निर्यातकों और चीनी मिल मालिकों ने पाकिस्तान में अवैध रूप से चीनी बेची थी और टैक्स छूट के कारण भारी मुनाफा भी कमाया था।
द न्यूज इंटरनेशनल ने बताया की, राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो ने मामले की जांच शुरू कर दी है और कलेक्टर कस्टम्स (मूल्यांकन) पेशावर से 27 मई तक का रिकॉर्ड मांगा है। NAB ने अफगानिस्तान को चीनी निर्यात करने वाली चीनी मिलों के मालिकों और उनके कोटे का ब्योरा मांगा है। चीनी मिलों के निर्यात परमिट, माल घोषणा पत्र, ई-फॉर्म, लदान के बिल, वाणिज्यिक / सीमा शुल्क चालान और पैकिंग सूची भी मांगी गई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, महानिदेशक एनएबी खैबर पख्तूनख्वा ने उक्त आरोपों पर विस्तृत और पारदर्शी जांच के निर्देश दिए हैं।