रुड़की (उत्तराखंड): इकबालपुर चीनी मिल अक्सर विवाद में घिरी रही है और मिल के लिए मुसीबत कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। मिल द्वारा गन्ने का बकाया भुगतान नहीं किये जाने से क्षेत्र के किसान नाराज हैं तथा कई इलाक़ों के किसानों ने बकाया भुगतान होने तक इस मिल को गन्ने की आपूर्ति नहीं करने का ऐलान किया है। किसानों ने मिल पर मनमानी करने का आरोप लगाया है।
मिली जानकारी के अनुसार, बेहड़ेकी सैदाबाद गांव के सौ से ज्यादा किसानों के प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को गन्ना आयुक्त ललित मोहन रयाल से मिलकर इकबालपुर मिल द्वारा मनमानी किये जाने की शिकायत की तथा अपने गन्ना की आपूर्ति लिब्बरहेड़ी मिल में करने की अनुमति मांगी। किसानों ने बताया कि इकबालपुर मिल पर किसानों का दो साल का बकाया है। इसके अलावा, मिल प्रबंधन ने इस पेराई सत्र में किसानों से गन्ना आपूर्ति के 14 दिन के अंदर गन्ने का भुगतान करने का वादा किया था, लेकिन एक महीने से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी किसानों का गन्ने का भुगतान नहीं किया गया। नाराज किसानों ने आयुक्त से लिब्बरहेड़ी चीनी मिल गेट पर गन्ना आपूर्ति करने की अनुमति मांगी।
इसके बाद आयुक्त ने किसानों को लिब्बरहेड़ी मिल से अटैच करने का निर्देश दिया। गन्ना समिति सचिव कुलदीप तोमर ने बताया कि इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं।
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