पुणे:चीनी मंडी
इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) ने केंद्र सरकार के 2019-20 के लिए एथेनॉल की कीमतें बढ़ाने के फैसले का स्वागत किया है। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के महानिदेशक अविनाश वर्मा ने कहा की, केंद्र सरकार की तरफ से एथेनॉल उत्पादन के लिए विशेष रूप से जोर दिया गया है। सरकार के फैसले के बाद एक बार फिर एथेनॉल की कीमत में वृद्धि हुई है, और एथेनॉल उत्पादन के लिए प्रोत्साहित करने के लिए केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता को पुष्टि करता है।
केंद्र सरकार का 100% गन्ने के रस से बने एथेनॉल के लिए ज्यादा किंमत की अनुमति देने का महत्वपूर्ण निर्णय इस दिशा में एक और बड़ा सकारात्मक कदम है। सरकार का यह निर्णय एथेनॉल मिश्रण को देश भर में मौजूदा 6% औसत स्तरों से और बढ़ाने में मदद करेगा। वर्मा ने कहा कि, चीनी उद्योग एथेनॉल क्षमताओं में निवेश कर रहा है, और बहुत सकारात्मक रूप से प्रतिक्रिया दे रहा है, जो यह सुनिश्चित करेगा कि, हम 2022 तक सरकार के 10% इथेनॉल मिश्रण लक्ष्यों को लगभग निश्चित रूप से प्राप्त करेंगे।
एथेनॉल के अधिक उत्पादन को प्रोत्साहित करना और साथ ही साथ अधिशेष चीनी को कम करने के लिए सरकार का यह कदम बहुत ही मददगार है। इसके साथ ही गन्ना किसानों को समय पर भुगतान करने में भी मदद मिलेगी। एथेनॉल की कीमत बढ़ाने का फैसला किसानों के साथ-साथ चीनी उद्योग के लिए एक उत्साहजनक कदम है। एथेनॉल के लिए उच्च मूल्य न केवल भारी चीनी अधिशेष की समस्या से निपटने में मदद करेगा, बल्कि बेहतर एथेनॉल सम्मिश्रण दर के कारण कच्चे तेल के आयात में कमी भी करेगा।
यह न्यूज़ सुनने के लिए इमेज के निचे के बटन को दबाये.