नई दिल्ली: इंडियन शुगर मिल्स असोसिएशन (ISMA) द्वारा केंद्रीय खाद्य मंत्रालय के खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग (DFPD) को पत्र लिखकर मई के मासिक चीनी बिक्री कोटा की समयसीमा बढाने की मांग की गई है।
ISMA के महानिदेशक अबिनाश वर्मा ने पत्र में कहा है की, लॉकडाउन के कारण रेस्तरां, मॉल, थिएटर, आदि अभी पूरी तरह से नहीं खुल रहे हैं, और मई 2020 के दौरान चीनी की बिक्री अभी तक सामान्य नहीं हुई है। जिसके चलते मई के मासिक बिक्री कोटा को पूरा करने के लिए समयसीमा बढाना उचित होगा। देश के दक्षिणी और पश्चिमी भाग, विशेषकर महाराष्ट्र और कर्नाटक में चीनी मिलों के रिपोर्ट के मुताबिक उनकी चीनी की बिक्री मई 2020 में उन्हें दिए गए कोटे से कम रही है। ड्राइवरों सहित प्रवासी श्रमिकों की वापसी का बिक्री पर गहरा असर पड़ा है। हालांकि, देश के उत्तरी हिस्से में चीनी मिलें बेहतर बिक्री की सूचना दे रही हैं, और उनमें से अधिकांश मिलें अपने मई 2020 के कोटे को बेचने में कामयाब हुई हैं।
वर्मा ने कहा की, लॉकडाउन में कुछ ढील के बाद, अप्रैल 2020 की तुलना में मई में चीनी की बिक्री में सुधार हुआ है। लेकिन लॉकडाउन जारी रहने के कारण, पश्चिम और दक्षिण भारत में चीनी मिलें अपने कोटे के अनुसार चीनी नहीं बेच पाई हैं। तदनुसार, आपसे एक अनुरोध किया जा रहा है कि, असाधारण परिस्थितियों के मद्देनजर, मई 2020 के मासिक कोटे की बिक्री के लिए 10 जून 2020 तक समयसीमा बढ़ायी जाए।
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