भारत ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक बार फिर इतिहास रच दिया है। चांद पर भारत के दूसरे महत्वाकांक्षी मिशन चंद्रयान-2 को सोमवार को श्रीहरिकोटा से सबसे शक्तिशाली रॉकेट जीएसएलवी-मार्क III-एम1 के जरिए प्रक्षेपित किया गया। एक सप्ताह पहले इसे तकनीकी खराबी के कारण स्तगित कर दिया गया था।
रविवार की शाम 6 बजकर 43 मिनट पर प्रक्षेपण के लिए 20 घंटे की उल्टी गिनती शुरू हो गई थी।
चंद्रयान -2, भारत के स्वदेशी चंद्रमा मिशन को सोमवार दोपहर 2.43 बजे आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया। रीतू करीधल, जो मिशन निदेशक हैं, ने सोमवार को दोपहर 02:30 बजे चंद्रयान -2 को लॉन्च करने के लिए अधिकृत किया था।
इसरो ने बताया कि रॉकेट की गति और हालात सामान्य हैं। चंद्रयान को चांद तक पहुंचने में 48 दिन लगेंगे और इसकी लैंडिंग दक्षिणी ध्रुव पर होगी। आपको बता दे जिस टीम ने इस्पे काम किया उनमे 30 प्रतिशत महिलाएं भी शामिल हैं।
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