टोकियो : जापान टाइम्स के अनुसार, दक्षिणपूर्व एशिया और मध्य पूर्व से चीनी की बढती मांग को देखकर जापान की प्रमुख चीनी उत्पादक मित्सुई शुगर कंपनी और ट्रेडिंग हाउस मित्सुई एंड कंपनी ने सिंगापुर की ईडी एंड एफ मैन की 100 मिलियन अमरीकी डॉलर में पूरी हिस्सेदारी खरीदी। जापानी वैश्विक वस्तु व्यापारियों के अनुसार, मित्सुई शुगर और इसके सबसे बड़े शेयरधारक ने ब्रिटिश वैश्विक कमोडिटी व्यापारी ईडी एंड एफ मैन होल्डिंग्स के एक परिष्कृत चीनी विक्रेता एसआईएस 88 पीटीई में क्रमश: 70% और 30% हिस्सेदारी खरीदने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।
मित्सुई शुगर की तरफ से एशिया में व्यापार के अवसर की तलाश
मित्सुई शुगर प्रवक्ता ने कहा, देश में बच्चे और बुढ़ापे की आबादी के चलते आगे जाकर कठिन कारोबारी माहौल का सामना करना पड़ सकता है, इसीलिए टोकियो स्थित चीनी कंपनी तेजी से बढ़ते विदेशी बाजारों में विशेष रूप से एशिया में व्यापार के अवसर तलाश रही है, क्योंकि इसकी बिक्री वर्तमान में घरेलू बाजार पर काफी हद तक निर्भर है। ‘एसआईएस 88’ , 1967 में एक सरकारी स्वामित्व वाली फर्म के रूप में स्थापित हुई और दक्षिणपूर्व एशिया और मध्य पूर्व में लगभग 200,000 टन चीनी में काम करता है,जिसने 2017 में लगभग 15 अरब डॉलर (133 मिलियन डॉलर) की बिक्री की है। मित्सुई शुगर के अनुसार, सिंगापुर फर्म भी पाउडर पेय बनाती है, घरेलू और औद्योगिक उपयोग के लिए सिंगापुर और संयुक्त अरब अमीरात में ‘एसआईएस’ ब्रांड प्रसिद्ध है। मित्सुई ट्रेडिंग हाउस के साथ, मित्सुई शुगर एसआईएस 88 अपने बिक्री चैनलों का उपयोग करते समय गुणवत्ता में वृद्धि और उत्पाद विकास में विशेषज्ञता प्रदान करके अपने कारोबार को बढ़ावा देगा।
थाईलैंड की कासेट फोल शुगर का भी संयुक्त रूप से संचालन…
जापानी फर्म का लक्ष्य घरेलू आय में सुधार और दोनों क्षेत्रों में जीवन शैली बदलने के साथ-साथ चीनी की विविधता की मांग को पूरा करना है। कृषि और पशुधन उद्योग कॉर्प के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले तीन दशकों से एशिया की चीनी मांग में प्रति वर्ष औसतन 2% की वृद्धि हुई है । कुल वैश्विक उत्पादन का एशिया का हिस्सा सालाना अनुमानित 47.1% याने की 184 मिलियन टन है। मित्सुई शुगर की चीनी उत्पादन के लिए दो इकाइयाँ थाईलैंड में हैं, जो बैंकोक और शंघाई में प्रतिनिधि कार्यालयों के द्वारा संचालित की जाती है । थाईलैंड में स्थानीय इकाइयों में से एक कासेट फोल शुगर, मित्सुई एंड कंपनी के साथ संयुक्त रूप से 1994 से संचालित हुई, चीनी उत्पादन के वृद्धी के लिए इसमें जेपीवाई 37 बिलियन का निवेश किया गया है, अक्टूबर 2019 तक इसकी क्षमता 300,000 टन होगी।