जेएसडब्ल्यू की ईवी बैटरी बनाने के लिए LG Energy Solution के साथ बातचीत : रिपोर्ट

नई दिल्ली : न्यूजवायर के अनुसार, जेएसडब्ल्यू ने इस महीने की शुरुआत में कोरिया में LG Energy Solution (LGES) के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत की, जिसमें ईवी और ऊर्जा भंडारण के लिए भारत में बैटरी सेल बनाने के लिए साझेदारी का प्रस्ताव रखा गया।LGES और JSW दोनों ने किसी भी चर्चा पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

जेएसडब्ल्यू चीन के CATL और जापान के पैनासोनिक और तोशिबा सहित अन्य बैटरी खिलाड़ियों से भी बात कर रही है क्योंकि वह ईवी के लिए एक स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला बनाना चाहती है।LGES, टेस्ला और जनरल मोटर्स सहित प्रमुख वाहन निर्माताओं को बैटरी सेल की आपूर्ति करती है।LGES ने JSW से ईवी और ऊर्जा भंडारण के लिए अपनी आवश्यकताओं का विवरण साझा करने के लिए कहा है।

रॉयटर्स ने कहा, जेएसडब्ल्यू की ईवी योजनाओं के बारे में जानकारी देने वाले एक तीसरे सूत्र ने कहा कि, कंपनी इस दशक के अंत तक चरणों में 20 गीगावाट घंटे (जीडब्ल्यूएच) बैटरी क्षमता का उत्पादन करने के लिए एक कारखाना स्थापित करना चाहती है, जो पहले चरण में 8 गीगावॉट से शुरू होगी।

जेएसडब्ल्यू के अध्यक्ष सज्जन जिंदल ने सार्वजनिक रूप से ईवी बनाने की अपनी इच्छा और चीन की एमजी मोटर में हिस्सेदारी खरीदने की बातचीत को सार्वजनिक किया है।सूत्रों ने पिछले महीने रॉयटर्स को बताया कि, एमजी मोटर के साथ चर्चा अब ठंडे बस्ते में है और जेएसडब्ल्यू अपने ब्रांड के तहत भारत में ईवी बनाने के लिए प्रौद्योगिकी का लाइसेंस देने के लिए चीनी वाहन निर्माता लीपमोटर के साथ बातचीत कर रही है।

पैनासोनिक ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। तोशिबा ने कहा कि वह “इस बिंदु पर” पुष्टि करने में सक्षम नहीं है कि क्या वह बैटरी सेल बनाने के लिए साझेदारी के लिए जेएसडब्ल्यू के साथ बातचीत कर रही है। CATL ने टिप्पणी के अनुरोध का जवाब नहीं दिया।तीनों स्रोतों की पहचान बताने से इनकार कर दिया गया क्योंकि बातचीत अभी भी जारी है और अंतिम निर्णय नहीं हुआ है।

कारों में इलेक्ट्रिक मॉडल की हिस्सेदारी बढ़ाने पर भारत का जोर..

भारत का ईवी बाज़ार छोटा है लेकिन बढ़ रहा है, जिसमें घरेलू टाटा मोटर्स की बिक्री हावी है। न्यूजवायर में कहा गया है कि, पिछले साल बेची गई सभी कारों में इलेक्ट्रिक मॉडल की हिस्सेदारी 2% से भी कम थी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार इसे 2030 तक 30% तक बढ़ाना चाहती है। सरकार स्थानीय स्तर पर बैटरी और अन्य ईवी घटकों का उत्पादन करने के लिए कंपनियों को अरबों डॉलर के प्रोत्साहन की पेशकश कर रही है, और ईवी के लिए एक नई नीति पर काम शुरू है।टेस्ला की नजर भारत पर भी है और वह यहां ईवी और बैटरी बनाने के लिए सरकार से बातचीत कर रही है।

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